कैंदी पंचायत में बहाल किए गए दो फर्जी शिक्षकों का नियोजन फिर से रद

संवाद सहयोगी, लखीसराय। जिले में शिक्षा विभाग और शिक्षक नियोजन इकाई नियम को ताक पर रखकर फिर से नियोजन रद शिक्षकों की बहाली करने के मामले में जिम्मेदार लोग बुरे तरह से फंस गए हैं। मामला उजागर होने पर बहाली को रद करने का खेल शुरू हो गया है। जिले के हलसी प्रखंड अंतर्गत कैंदी ग्राम पंचायत में पंचायत नियोजन इकाई की अध्यक्षा मुखिया श्वेता शर्मा और पंचायत सचिव वकील यादव ने 19 अप्रैल को दो फर्जी शिक्षकों की फिर से बहाली कर मध्य विद्यालय में पोस्टिग कर दी। इसके बाद बगैर जांच किए बीडीओ ने दोनों फर्जी शिक्षकों के नियोजन की जांच किए बिना उसे वैध मानते हुए अपनी सहमति प्रदान कर पत्र जारी कर दिया। पंचायत नियोजन इकाई और बीडीओ की यह कारगुजारी जब उजागर हुई और संबंधित खबर दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित हुई तो आनन फानन में कैंदी पंचायत नियोजन इकाई की अध्यक्ष सह मुखिया एवं पंचायत सचिव ने शिक्षक देवऋषि (मध्य विद्यालय कैंदी) एवं उत्तम कुमार (उत्क्रमित मध्य विद्यालय शेखपुरवा) को 25 जून के आदेश से दोनों का नियोजन रद कर दिया। उधर हलसी के प्रभारी बीईओ बिनोद कुमार साह द्वारा नियम के विरुद्ध फर्जी शिक्षक मौलेश्वरी राम की बहाली मामले में डीईओ द्वारा बीईओ के विरुद्ध आरोप पत्र गठित कर विभाग को भेजने के बाद मौलेश्वरी राम पर भी तलवार लटक गई है। डीईओ विमलेश कुमार चौधरी ने बताया कि गलत तरीके से किसी शिक्षक की बहाली हुई है तो इसके लिए नियोजन इकाई जिम्मेदार है। उसके विरुद्ध कार्रवाई होनी है।


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