बाढ़ प्रभावित अंचल के लोगों का तैयार हो रहा डाटाबेस

बेतिया। मानसून ने दस्तक दे दी है। नेपाल से निकलने वाली पहाड़ी नदियों में भी अब जलस्तर बढ़ने लगे हैं। इसे देखते हुए जिला प्रशासन की सभी स्तर की तैयारी अंतिम चरण में है। अगर बाढ़ आती है, तो प्रभावित लोगों को सरकारी सुविधाएं मिल सके, इसके लिए बाढ़ प्रभावित अंचल के लोगों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। डाटाबेस तैयार करने में हाल के वर्षो में आई बाढ़ एवं उससे प्रभावित लोगों को भी ध्यान में रखा जा रहा है। पिछले वर्ष 8 हजार 596 बाढ़ पीडित परिवारों को चिह्नित किया गया था। प्रभावित परिवारों राहत पहुंचाया गया था। जिन्हें कुल 5 करोड़ 15 लाख 76 हजार राशि राहत के नाम पर उपलब्ध कराई गई थी। पिछले वर्ष जिले के दस प्रखंड बगहा-एक, बगहा-दो, योगापट्टी, बैरिया, चनपटिया, लौरिया, मैनाटांड, मझौलिया, नौतन व सिकटा में बाढ़ आई थी। इसी आधार पर पिछले प्रभावित परिवारों को देखते हुए इस वर्ष 9 हजार से ज्यादा परिवारों का डाटावेश तैयार कर लिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन के प्रभारी अनिल राय ने बताया कि संभावित बाढ़ से निपटने के लिए सभी सीओ, बीडीओ व थानेदारों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित सरकारी भवन या बाढ़ आश्रय भवन तक पहुंचाने के लिए समुचित प्रबंधन करने का निर्देश दिया गया। बाढ़ पीडितों के लिए सामुदायिक किचेन व पशुओं के लिए हरा चारा का प्रबंध किया गया। सभी एसडीएम व एसडीपीओ को लगातार मॉनिटरिग का टास्क भी सौंपा गया है, ताकि बाढ़ से निपटने में किसी तरह की परेशानी नही हो।


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पिछले दो वर्ष में प्रभावित परिवार के राहत का आंकडा
* 2020 में आई बाढ़ में एक लाख 43 हजार 283 प्रभावित
* प्रभावित प्रखंड- पीपरासी, बगहा-2, नौतन, ठकराहां, बगहा-एक, मझौलिया, सिकटा, चनपटिया व योगापट्टी।
* राहत मद में खर्च कुल राशि-- 20.56 करोड़
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* 2021 में बाढ़ प्रभावित- 8596 परिवार
* प्रभावित प्रखंड - बगहा-1, बैरिया, चनपटिया, लौरिया, मैनाटांड़, मझौलिया, नौतन, बगहा-2 व सिकटा।
* राहत मद में दी गई राशि - 5.15 करोड़

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