शिक्षकों की कमी से जूझ रहे अंगीभूत कालेजों में बहाल होंगे अतिथि शिक्षक

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अधीन सभी 44 अंगीभूत कालेजों में जुलाई माह के प्रथम सप्ताह के अंदर 602 नये एवं पूर्व में नियुक्त 356 अतिथि शिक्षकों की सेवा नवीनीकरण के बाद बहाली कर दी जाएगी। सभी 21 पाठ्यक्रमों में एक-एक शिक्षक जरूर बहाल होंगे। इसके साथ ही संबंधित कालेजों के किसी भी विभागों में शिक्षकों की संख्या शून्य नहीं रहेगी। इस तरह शिक्षक-छात्र अनुपात में काफी हद तक सुधार देखने को मिलेगा। विश्वविद्यालय के अधीन दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर एवं बेगूसराय के कालेजों में लगभग 1550 शिक्षकों के स्वीकृत पद हैं। इसके विरुद्ध उक्त कालेजों में स्थायी शिक्षकों की संख्या 70 प्रतिशत से भी कम बताई जा रही है। विवि के आधा दर्जन से अधिक अंगीभूत कालेज ऐसे हैं, जहां स्थायी शिक्षकों की संख्या नहीं के बराबर है। यहां उस विषय में नामांकन तो ले लिया जाता है, लेकिन बिना पढ़ाई किये विद्यार्थी परीक्षा फार्म भरकर परीक्षा देकर पास हो जाते हैं। नामांकित विद्यार्थी हर रोज शिक्षक की बाट जोहते हैं, लेकिन आलम यह है कि बिना कोर्स खत्म हुए ही परीक्षा में बैठ जाते हैं। कुछ कालेजों के विभाग ऐसे हैं, जो सिर्फ एक-दो अतिथि शिक्षकों के भरोसे हैं। इनमें भी महत्वपूर्ण विषयों में सिर्फ एक-एक अतिथि शिक्षक के भरोसे हजारों विद्यार्थी पढ़ाई करने को मजबूर हैं। यहां यूजी से लेकर पीजी तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई एक अतिथि शिक्षक के सहारे संचालित हैं।


विवि के अधीन 44 अंगीभूत कालेजों में 1550 पद स्वीकृत
बता दें कि विवि अंतर्गत 24 पीजी विभाग और 44 अंगीभूत कालेज हैं। 44 अंगीभूत कालेजों में लगभग 1550 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं, जबकि कार्यरत स्थायी शिक्षकों की संख्या 70 प्रतिशत से भी कम बताई जा रही है। यानी करीब आधे से सभी कम शिक्षक कार्यरत हैं। ऐसे में उम्मीद लगाई जा सकती है कि किस तरह पढ़ाई होती होगी। पीजी विभागों की स्थिति तो कुछ सही है, लेकिन कालेजों की स्थिति सही नहीं है। इंटर से लेकर यूजी और पीजी तक पढ़ाई चंद शिक्षकों के भरोसे है। कुछेक जगह तो बिना शिक्षक के ही पढ़ाई जारी है।
कहीं आधे तो कहीं आधे से भी कम कार्यरत हैं शिक्षक
विवि के अंगीभूत कालेजों में कहीं आधे तो कहीं आधे से भी कम की संख्या में शिक्षक कार्यरत हैं। विज्ञान, कला और सामाजिक विज्ञान संकाय के विषयों में शिक्षकों की संख्या कम है। एमएलएसएम कालेज में स्नातकोत्तर रसायन विज्ञान विषय में एक भी स्थायी शिक्षक नहीं हैं। जबकि पाठ्यक्रम में नामांकन लिया जा रहा है। इसी तरह डीबी कालेज जयनगर में गणित के एकमात्र स्थायी शिक्षक डा. अवध बिहारी यादव का सीएम विज्ञान कालेज दरभंगा में स्थानांतरित हो से गणित विभाग खाली। साथ ही अन्य किसी भी विषय में स्थायी या गेस्ट फैकल्टी शिक्षक नहीं हैं।
आज से बहाल हो जाएंगे पूर्व में नियुक्त 356 अतिथि शिक्षक
21 विषयों में पूर्व से नियोजित अतिथि शिक्षकों से संबंधित कालेजों के प्रधानाचार्यों और विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर समिति द्वारा अतिथि शिक्षकों की सेवा नवीनीकृत करने करने की अनुशंसा कर दी गई है। पूर्व में नियुक्त 356 अतिथि शिक्षकों की सेवा नवीनीकरण के विषय में संबंधित विभागाध्यक्षों एवं प्रधानाचार्यों की अनुशंसा के आलोक में चयन समिति ने उनके मामले में विचार करते हुए समुचित निर्णय भी ले लिया है। इस निर्णय के आलोक में सेवा नवीनीकृत अतिथि शिक्षक एक जुलाई से संबंधित कालेजों में योगदान दे सकते हैं। विश्वविद्यालय के अधीन सभी अंगीभूत कालेजों के सभी विभागों में कम से कम एक शिक्षकों की बहाली हर हाल में की जाएगी। नवीनीकरण के साथ नये अतिथि शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में सभी शिक्षक संबंधित कालेजों में योगदान देंगे।
प्रो. मुश्ताक अहमद, कुलसचिव, लनामिवि,. दरभंगा।

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