कोसी-बागमती दोनों बनी हुई है विकराल, नाव पर सवार होकर अधिकारियों ने लिया जायजा

जागरण संवाददाता, खगड़िया : कोसी स्थिर है और बागमती के जलस्तर में मामूली कमी आई है। अभी राहत की बात नहीं है। दोनों नदी खतरे के निशान से ऊपर है। दूसरी ओर बूढ़ी गंडक और गंगा का बढ़ना जारी है।

कोसी खगड़िया के बलतारा में शनिवार को स्थिर बताई गई है। कोसी यहां 36 घंटे से स्थिर है। शनिवार की सुबह छह बजे कोसी का जलस्तर 34.90 मीटर दर्ज किया गया। कोसी अभी भी खतरे के निशान से एक मीटर पांच सेंटीमीटर ऊपर है।

तीन सेंटीमीटर बढ़कर तीन सेंटीमीटर घटी बागमती
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बागमती की टेंडेंसी घटने की है। खगड़िया के संतोष स्लूस गेट के पास शनिवार की सुबह बागमती का जलस्तर 37.09 मीटर दर्ज किया गया। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो, खगड़िया, के एसडीओ पवन कुमार ने बताया कि नदी डाउन हुई है। शुक्रवार को दिन में तीन सेंटीमीटर बढ़ी थी। लेकिन रात में जलस्तर में तीन सेंटीमीटर की कमी आई है। लेकिन नदी अभी भी खतरे के निशान से एक मीटर 46 सेंटीमीटर ऊपर है। बूढ़ी गंडक और गंगा का बढ़ना जारी

बूढ़ी गंडक और गंगा की टेंडेंसी राइजिग है। बूढ़ी गंडक खगड़िया में खतरे के निशान से 0.99 सेंटीमीटर नीचे है। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में बीते 24 घंटे में, शुक्रवार की सुबह छह बजे से शनिवार की सुबह छह बजे तक, 15 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। गंगा के जलस्तर में भी बीते 24 घंटे में 15 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। गंगा खगड़िया के खारा धार स्लूस गेट के पास खतरे के निशान से एक मीटर 18 सेंटीमीटर नीचे है।

बांध-तटबंधों की सघन निगरानी है जारी

जिले के सभी बांध-तटबंधों की सघन निगरानी जारी है। बाढ़ नियंत्रण अंचल, खगड़िया के अधीक्षण अभियंता अख्तर जमील, फ्लड फाइटिग फोर्स के अध्यक्ष मोद नारायण चौधरी और बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, दो, खगड़िया के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने बांध-तटबंधों का सघन जायजा लिया है। अधिकारियों ने केबी तटबंध के 24 किलोमीटर के सामने लौंगा(कोसी), बीएन तटबंध के 25 किलोमीटर के सामने सहरौण, चोढ़ली जमींदारी बांध के आठ-नौ किलोमीटर के सामने गांधीनगर, बीएन तटबंध के 10 किलोमीटर के सामने अग्रहण (बागमती) का जायजा लिया। इसके साथ ही कोसी नदी की बाढ़ से बचाव को लेकर बने चोढ़ली जमींदारी बांध के सर्वाधिक संवेदनशील बिदु 12-13 किलोमीटर बारुण स्थल का भी जायजा लिया।

बांध-तटबंधों की सघन निगरानी जारी है। बारुण और अग्रहण में फ्लड फाइटिग कार्य कराया जा रहा है। चौथम और सहरौण में फ्लड फाइटिग को लेकर लिखा गया है। सभी बांध-तटबंध सुरक्षित हैं।
गणेश प्रसाद सिंह, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो, खगड़िया

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