छापेमारी में नल-जल के पाइप में लगा छोटा मोटर बरामद, जुर्माना

छापेमारी में नल-जल के पाइप में लगा छोटा मोटर बरामद, जुर्माना

संस, बरबीघा : शनिवार को बरबीघा के फैजाबाद मोहल्ले में नगर परिषद एवं पुलिस बल के सहयोग से छापेमारी की गई। नल-जल के पाइप में छोटा मोटर लगाकर इसका उपगोग करने को लेकर यह कार्रवाई हुई। मोहल्ले के पांच घरों में छोटा मोटर लगा पाया गया। सभी मोटर जब्त कर लिए गए। वहीं, पकड़े गए लोगों पर 10-10 हजार रुपये का आर्थिक दंड भी नगर परिषद के द्वारा लगाया गया। बता दें कि 30 जुलाई को दैनिक जागरण ने इस खबर को जागरण आपके द्वार के माध्यम से प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। प्रकाशित खबर में वार्ड नंबर 15 फैजाबाद मोहल्ले के लोगों को नल में पानी नहीं आने एवं कुएं के गंदे पानी पीने को मजबूर होने की बात उल्लेख किया गया है। काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने 20 से 30 घरों में नल-जल योजना का पानी बीते चार माह से नहीं आने की बात बताई थी। वहीं, नप के अधिकारी द्वारा घर में पानी नहीं पहुंचने की खबर पर संज्ञान लिया गया और जांच हुई तो कुछ घरों में छोटा मोटर लगे होने की जानकारी मिली। कार्यपालक पदाधिकारी ज्योत प्रकाश ने कहा कि छापेमारी में चांद आलम, रामवृक्ष कुमार, महेंद्र रजक व दो अन्य के घर से मोटर बरामद किया गया है। नप पदाधिकारी द्वारा इस तरह की जांच लगातार चलाये जाने एवं अवैध रूप से नल-जल के पाइप में छोटा मोटर लगाए पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की भी बात कही गई है। एसडीएम खाकर बीमार हुए बच्चों को अस्पताल से मिली छुट्टी जागरण संवाददाता, शेखपुरा : शुक्रवार को जिला के चेवाड़ा प्रखंड के एकरामा पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय अंगपुर में कथित रूप से छिपकिली वाले एमडीएम खाने के बाद बीमार हुए बच्चों को सदर अस्पताल में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। इस मामले में प्रशासनिक संवेदनशीलता दिखाते हुए जिला पदाधिकारी सावन कुमार शुक्रवार की देर रात ही सदर अस्पताल जाकर बीमार बच्चों तथा उनके परिवार वालों से मिले और चिकित्सकों को बेहतर इलाज का निर्देश दिया। मगर, शिक्षा विभाग के एक भी अधिकारी ने रात में इस मामले में संज्ञान नहीं लिया। लेकिन, इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। स्कूल की प्रधान शिक्षका सुनीता कुमारी तथा रसोइया से पूछताछ होगी। बीमार बच्चों का भी बयान दर्ज किया जाएगा। जिला पदाधिकारी ने एमडीएम में छिपकिली गिरे होने और वही भोजन बच्चों को खिलाये जाने की बात पर जिला पदाधिकारी ने कहा कि बच्चों ने दोपहर में स्कूल का भोजन किया था और इनकी तबीयत देर शाम में खराब हुई है। शाम में ये बच्चे गांव में ही ट्यूशन पढ़ रहे थे। हो सकता है गर्मी और उमस की वजह से बच्चे बीमार पड़े हों। इसकी जांच कराई जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि इसकी जांच एमडीएम के डीपीओ से कराई जा रही है। स्कूल की प्रधान शिक्षिका से भी बात की गई है। इसमें एमडीएम में छिपकिली होने की कोई बात नहीं है। बच्चे अफवाह के शिकार हुए हैं। पूरी बात जांच के बाद आएगी।

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