बड़ी संख्या में आज अगुवानी पहुंचेंगे कांवरिये, व्यवस्था नदारद

संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया) : सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर अगुवानी गंगा घाट पर रविवार को काफी संख्या में कांवरियों के पहुंचने की उम्मीद है। परंतु अगुवानी गंगा घाट पर समुचित व्यवस्था का अभाव है। बीते रविवार को एक कांवरिया की मौत बिजली करंट से हो जाने के बाद भी प्रशासन ने अभी तक कोई सबक नहीं लिया है। शनिवार को अगुवानी गंगा घाट, अगुवानी स्टैंड पर समुचित व्यवस्था का अभाव दिखा। जबकि डीडीसी संतोष कुमार ने भी शुक्रवार की संध्या अगुवानी गंगा घाट का जायजा लिया था। उन्होंने गंगा घाट पर कड़ी निगाह रखने को लेकर निर्देश दिए थे। इसके बावजूद अगुवानी स्टैंड से लेकर गंगा घाट तक व्यवस्था में कमी की बात स्थानीय लोगों ने कही है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण यहां विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। जगह-जगह गंदगी का अंबार भी दिखा। इतना ही नहीं यहां नियमों की अनदेखी कर नाव का परिचालन हो रहा है। इस संबंध में गोगरी


एसडीओ अमन कुमार सुमन ने कहा कि सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर रविवार को काफी संख्या में अगुवानी कांवरिया पहुंचेंगे। इसको लेकर स्थानीय अधिकारियों को रविवार की सुबह तक व्यवस्था को दुरुस्त करने को कहा गया है। यहां गोताखोरों की व्यवस्था रहेगी। एसडीआरएफ की टीम और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। पुलिस बल भी मौजूद रहेगी।

परबत्ता में स्वच्छता अभियान की खुली पोल
संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया): परबत्ता प्रखंड क्षेत्र में स्वच्छता अभियान हवा हवाई बनकर रह गया है। यहां स्वच्छता अभियान की हवा निकल रही है। प्रखंड को खुले में वर्षों पहले शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है। परंतु, परबत्ता बाजार, मड़ैया बाजार, महद्दीपुर बाजार, अगुवानी बस स्टैंड आदि सार्वजनिक जगहों पर कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। जन सुविधाओं का एकदम से अभाव है। मालूम हो कि अब परबत्ता को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका है। यहां प्रतिदिन प्रखंड, अंचल, बैंक, बिजली आदि से संबंधित कार्य को लेकर बड़ी संख्या में लोग आते हैं। परंतु, सार्वजनिक शौचालय नहीं रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
परबत्ता बस स्टैंड में भी जन सुविधाओं का अभाव है। बीडीओ अखिलेश कुमार ने कहा कि प्रखंड कार्यालय परिसर में शौचालय है। प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में शौचालय का निर्माण कराया गया है। परबत्ता बाजार और अन्य सार्वजनिक जगहों पर शौचालय की बाबत कहा कि लोग इसको मेंटेंन नहीं रखते हैं। मेंटेन की समस्या हो जाती है। जिस कारण शौचालय निर्माण कराने में थोड़ी परेशानी है।

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