आरडीडीई के औचक निरीक्षण में गायब मिले डीईओ आफिस के अधिकांश कर्मी



जागरण संवाददाता, सुपौल : शिक्षा में सुधार को लेकर हाल के दिनों में कई तरह की कड़ाई बरती गई है। शिक्षक समय से विद्यालय आए और समय से जाए इसके लिए शिक्षकों के ग्रुप फोटो के साथ साथ शिक्षक उपस्थिति पंजी का फोटो दिन में दो बार शिक्षा विभाग के वाट्सएप पर भेजना अनिवार्य कर दिया गया है। यहां तक कि विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था का हाल जानने को लेकर सप्ताह में दो दिन अधिकारियों का दौरा भी सुनिश्चित किया गया है लेकिन ताज्जुब की बात है कि इन तमाम व्यवस्था पर नजर रखने की जिम्मेवारी जिन कार्यालय को है वहां के कर्मी ही बिना सूचना गायब रहते हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब शनिवार को क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक सहरसा जगतपति चौधरी ने जिला शिक्षा कार्यालय सुपौल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जहां कर्मी बिना सूचना गायब मिले वहीं अधिकारी द्वारा निर्देश का अनुपालन नहीं किए जाने की बात भी सामने आई। निरीक्षण उपरांत आरडीडीई ने स्थापना डीपीओ से बिना सूचना अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगने की बात कही है। आरडीडीई ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कार्यालय के अधिकांश कर्मी बिना सूचना गायब मिले। इसके लिए प्रधान लिपिक समेत अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि विभाग द्वारा पूर्व में जारी निर्देश का स्थापना डीपीओ द्वारा अनुपालन समय से नहीं किया गया है। इसके लिए स्थापना डीपीओ से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्पष्टीकरण संतोषप्रद नहीं मिलने के बाद संबंधित कर्मियों व अधिकारी के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल औचक निरीक्षण से जहां कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है वहीं जिले में शिक्षा व्यवस्था की असलियत सामने आ गई है। काम को लेकर इस कार्यालय आने वाले लोगों की शिकायत होती है कि यहां कर्मी खोजने से भी नहीं मिलते हैं। इसलिए छोटे-मोटे कामों के लिए लोगों को काफी दौड़-धूप करनी पड़ती है।
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