सावन की अंतिम सोमवारी आज, होगी प्रशासनिक व्यवस्था की अग्निपरीक्षा

संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : बिहार के सुप्रसिद्ध बाबा सिंहेश्वर नाथ मंदिर में पवित्र सावन की अंतिम सोमवारी को लगनी वाली भीड़ के मद्देनजर सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति ने व्यापक तैयारी की है। सोमवार को अर्घा से श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। मंदिर परिसर में महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग कतारबद्ध पूजा करने की व्यवस्था रहेगी। मंदिर में पूर्वी गेट से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे और दक्षिण गेट से बाहर निकलेंगे। इस बीच श्रद्धालुओं की रिकार्ड भीड़ में प्रशासनिक व्यवस्था की भी अग्निपरीक्षा होगी। सबसे पहले प्रशासन को श्रद्धालुओं के लिए यातायात व्यवस्था सुगम बनाना होगा। इसके लिए प्रशासन को यह तय करना पड़ेगा कि बाजार क्षेत्र में नहीं जाम न लगे। वहीं मंदिर में सक्रिय चोर गिरोह से भीड़ को सुरक्षित रखना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। इससे पहले रविवार शाम से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। सिंहेश्वर में सभी मार्गों से श्रद्धालुओं का जत्था पहुंचने लगा था। इस अप्रत्याशित भीड़ को देखते हुए मंदिर न्यास समिति ने मंदिर का पट रात दो बजे खोलने का निर्णय लिया है। वहीं मंदिर परिसर में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए सेवा शिविर लगाया है। इसमें मुख्य रूप से युवा संघ के कार्यकर्ता श्रद्धालुओं को कतारबद्ध करेंगे। वहीं श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के कार्यकर्ता डाक बमों के सेवा के लिए सजग हैं। छात्र संगठन अभाविप ने सेवा शिविर लगाया है।


रविवार को डेढ़ लाख श्रदालुओं ने किया जलाभिषेक बाबा नगरी सिंहेश्वर में सावन के अंतिम रविवार को डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर बाबा भोलेनाथ का जयकारा लगाते हुए जलाभिषेक करती रही। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ में तिल रखने की जगह नहीं थी। यद्यपि सोमवार की अपेक्षा रविवार को भीड़ कम थी। इसके बावजूद सिंहेश्वर में प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुल गई। रविवार को दिन भर रह-रह कर सिंहेश्वर बाजार में जाम लगता रहा। सिंहेश्वर बाजार में नहीं थी लाइटिग की व्यवस्था इस वर्ष प्रशासनिक स्तर पर सावन को लेकर कोई बैठक नहीं हुई। इसका नतीजा यह हुआ कि सिंहेश्वर बाजार क्षेत्र में कहीं लाइटिग की व्यवस्था नहीं की गई। खास कर मंदिर आस-पास के क्षेत्रों में अंधेरा छाया रहा। शाम ढलते ही मंदिर जाने वाली मुख्य बायपास रोड में लाइटिग की समुचित व्यवस्था नहीं थी। रात के अंधेरे में खास कर महिला श्रद्धालु खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थी। सिंहेश्वर दुर्गा चौक से हाथी गेट, शर्मा चौक से त्रिशूल चौक, पुल से पार्किंग तक, महावीर चौक से बैरियर तक हर तरफ अंधेरा छाया हुआ था। इस अंधेरी रात में कोईअप्रिय घटना घट कोई हैरत की बात नहीं होगी।
मंदिर में सुरक्षित नहीं है महिलाओं के जेवर सिंहेश्वर मंदिर में महिला श्रद्धालुओं के गहने सुरक्षित नहीं नहीं। सावन महीनें में अब तक डेढ़ सौ से अधिक महिलाओं के मंगलसूत्र व कान की बाली मंदिर में गायब हो गई है। वहीं कई दर्जन मोबाइल व पर्स गायब हो गए हैं। सिंहेश्वर मंदिर में वर्षों से कटिहार जिले के काढ़ा गोला का एक बड़ा चोर गिरोह सक्रिय है। वह लोकल गिरोह के सहयोग से भीड़ में अमूमन सभी दिन महिलाओं का जेवर व गहने गायब कर रहा है। पुलिस प्रशासन ना तो अब तक एक भी चोर कर पकड़ सकी है और न ही कोई गहन बरामद हुआ है।

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