नलकूप की मरम्मत किए बिना डकारी रकम, तीन मुखिया व सचिव पर केस, 23 पूर्व मुखिया रडार पर

नलकूप की मरम्मत किए बिना डकारी रकम, तीन मुखिया व सचिव पर केस, 23 पूर्व मुखिया रडार पर

जहानाबाद : जिले की 88 पंचायतों में नलकूप की मरम्मत के नाम पर बड़ा खेल सामने आया है। बगैर नलकूप की मरम्मत कराए रकम की निकासी कर ली गई है। ढाई साल बाद अब मामला पकड़ में आया है। इसको लेकर कई पूर्व मुखिया व सचिव कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं। अब तक तीन पंचायतों के पूर्व मुखिया व सचिव पर केस हो चुका है। जिले के 23 अन्य पूर्व मुखिया एवं सचिव पर प्राथमिकी की तैयारी है। जिले भर में नलकूप की मरम्मत के लिए मुखिया व पंचायत सचिव के माध्यम से 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाने थे। वैसे मुखिया, जिन्होंने बिना नलकूप की मरम्मत कराए रकम डकार ली, उनकी सूची तैयार कर ली गई है।

लघु सिंचाई के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार ने बताया कि सरकार ने 2019 में नलकूप मरम्मत की जिम्मेदारी मुखिया को सौंपी थी। विभाग के आदेश पर मरम्मत का पैसा सचिव के खाते में ट्रांसफर किया गया था। कई पंचायत के मुखिया एवं सचिव ने बिना काम कराए रकम की निकासी कर ली है। उनके विरुद्ध नोटिस भेजी गई है। अब तक मखदुमपुर प्रखंड के छरियारी, कलनौर एवं बेलाबीर्रा के पूर्व मुखिया व सचिव पर प्राथमिकी की गई है। शेष बचे 23 मुखिया ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो उन पर भी पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इनसे रकम वसूली के साथ मुकदमा भी किया जाएगा।
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308 नलकूपों में 186 की मरम्मत को जारी हुई थी रकम
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अभियंता ने बताया कि जिले में 308 नलकूप हैं। इनमें 186 की मरम्मत के लिए 2019 में लगभग 10 करोड़ रुपये दिए गए थे, ढाई साल बाद भी इनमें 122 नलकूप की मरम्मत ही हो सकी है। शेष नलकूप की मरम्मत नहीं कराई गई है। कुछ नलकूप विद्युत और इलेक्ट्रानिक्स सामग्री के अभाव में खराब हैं, जिन्हें दुरुस्त कराया जा रहा है। वर्षा के अभाव में खेती-किसानी का कार्य बाधित न हो, इसके लिए खराब नलकूपों को चिह्नित कर दुरुस्त किया जाना था।

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