बिना सुविधा नेहरू पार्क चालू कर वन विभाग वसूल रहा शुल्क

जागरण संवाददाता, किशनगंज : पार्क के नाम पर लोगों को अंधेरे में रखकर शुल्क वसूलना कोई वन विभाग से सीखे। शहर के बीचोबीच धरमगंज चौक के पास स्थित बुद्धा नेहरू शांति पार्क को नगर परिषद से हस्तांतरण के बाद वन विभाग 1 अगस्त से लोगों को लिए चालू कर दिया है। आम लोगों के लिए 10 रुपये का टिकट देकर पार्क तो चालू कर दिया गया, लेकिन पार्क अभी जंगल में ही तब्दील है। पार्क में न शौचालय की व्यवस्था है न पेयजल की व्यवस्था है। पार्क चालू होने के नाम पर पहुंचने वाले लोग टिकट कटाकर अंदर जाकर अचंभित हो रहे हैं और कुछ देर जंगल-झाड़ में बैठकर विभाग को कोसते हुए वापस निकल रहे हैं।


वन विभाग का राजस्व वसूली का यह कारनामा वहां पहुंचने वाले हर किसी को अचंभित कर रहा है। पार्क में हर ओर जंगल ही है। धीरे-धीरे साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है। वहीं पार्क में उपलब्ध होने वाली कोई मुलभूत सुविधा तक अभी मुहैया नहीं कराया गया है। पार्क में तैनात वन विभाग के कर्मी का कहना है कि एक अगस्त से पार्क चालू हुआ है। साफ-सफाई का काम किया जा रहा है और पार्क को आम लोगों के लिए चालू भी कर दिया गया है। बताया कि पार्क चालू होने की सूचना आम लोगों तक पहुंचते ही दिन प्रतिदिन पहुंचने वाले लोगों की संख्या अधिक हो रही है। बताया कि अब तक सबसे अधिक एक दिन 70 लोग प्रवेश किए। वहीं औसतन 30-40 लोग पहुंच रहे हैं।

जंगल में सर्पदंश एवं विषैले जानवर का रहता भय::

जंगल में तब्दील नेहरू पार्क को 10 रुपये टिकट के साथ लोगों के लिए तो चालू किया गया, लेकिन पार्क पूरी तरह जंगल है। इसलिए प्रवेश करने वाले लोग बिना ठहरे कुछ ही देर में बाहर का रास्ता देख लेते हैं। जंगल में तब्दील पार्क में सर्पदंश एवं विषैले जानवरो का भय बना रहता है। लोग पार्क के पूरा अंदर तक भी नहीं जाते कुछ ही दूर जाकर लौट जाते हैं। ऐसे में अगर कोई अनहोनी हो जाए तो आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा, जो बिना किसी व्यवस्था के पार्क को शुल्क लेकर चालू कर दिया है। अपने बच्चे के साथ पार्क पहुंचने वाले अमर साहा ने बताया कि पार्क तो अभी जंगल है। चालू होने की सूचना पर बच्चे को लेकर पहुंचे लेकिन तुरंत वापस हो रहे हैं। टिकट का पैसा भी बर्बाद चला गया।

पार्क विहीन रहा है शहर::

किशनगंज शहर पिछले कई सालों से पार्क विहीन रहा है। पूर्व से बुद्धा नेहरू शांति पार्क और रूईधासा मैदान स्थित कारगिल पार्क है। दोनों पार्क लोगों के काम के लायक नहीं था। जून माह में नगर परिषद से बुद्धा नेहरू शांति पार्क वन विभाग को हस्तांतरण होने के बाद इसे चालू करने की कवायद की जा रही है और इसे इको पार्क पटना की तर्ज पर विकसित करने की बात कही जा रही है। वहीं रुईधासा स्थित शहीद कारगिल पार्क सेना के अधीन हो के कारण अब तक बंद पड़ा है। विभाग से पार्क के लिए अब तक कोई आवंटन नहीं मिला है। वरीय अधिकारी के निर्देश पर पार्क को चालू किया गया है। फिलहाल अपने निजी फंड से धीरे-धीरे साफ-सफाई व अन्य काम कराया जा रहा है।
उमानाथ दूबे, वन क्षेत्र पदाधिकारी, किशनगंज

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