बनमा ईटहरी ओपी को मिल सकता है थाना का दर्जा

संसू, बनमाईटहरी (सहरसा): सबकुछ ठीक रहा तो बनमा ईटहरी ओपी को उत्क्रमित कर थाना का दर्जा मिल सकता है। थाना का दर्जा देने के लिए वरीय पुलिस अधिकारियों ने थाना के विभिन्न बिदुओं को दर्शाते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है।

पुलिस अधीक्षक ने वर्ष 1990 के बाद पुलिस शिविर (ओपी) में चल रहे बनमा ईटहरी को उत्क्रमित कर थाने का दर्जा देने हेतु कुछ बिदू पर जवाब मांगा है। जानकारी के अनुसार ओपी को उनके होम (कार्मिक) विभाग पटना से जिला मुख्यालय के माध्यम से प्रस्ताव पत्र मिला है। जिस पत्र में बनमा इटहरी ओपी की भौगोलिक स्थिति, विधि व्यवस्था व अपराध नियंत्रण को लेकर ओपी अंतर्गत राजस्व मौजा, क्षेत्रों की जनसंख्या, क्षेत्रों की चौहद्दी, नजरी नक्शा सहित कुल लगभग 10 बिदुओं पर रिपोर्ट मांगा है।

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कब बना था बनमा इटहरी ओपी
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जानकारी के अनुसार वर्ष 1996 में सलखुआ थाना अंतर्गत बनमा इटहरी ओपी की स्थापना की गई थी। जो स्थापना काल से ही मुख्यालय स्थित वर्षों पुरानी एक उप स्वास्थ्य केंद्र के मकान में चलता आ रहा है। जिसमें चार कमरा बना हुआ है। दो कमरे में जवानों का आवासीय, एक कमरे को मालखाना और चौथे कमरे को हाजत के रूप में व्यवहार किया जा रहा है। जिस पदाधिकारी ने आया ओपी की आवश्यकता में अहम योगदान दिया। बीते वर्ष तत्कालीन ओपी अध्यक्ष कमलेश कुमार ने अलग से दो कमरे का मकान बनाया।
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वर्ष 2021 में चिह्नित की गई जमीन ---------------------------------
ओपी स्थापना के बाद से ओपी के भवन निर्माण हेतु जमीन को खोजी जा रही थी जो बीते वर्ष 2021 में पूर्ण हुआ। बनमा- सलखुआ मुख्य मार्ग स्थित पूर्व से बने बाढ़ आश्रय स्थल के समीप ओपी को अपना भवन हो और अपनी जमीन हो जिसको लेकर अंचल प्रशासन के द्वारा जमीन को चिन्हित किया गया था। अंचल अधिकारी रंजीत कुमार ने बताया कि लगभग एक एकड़ जमीन को चिह्नित कर जिला मुख्यालय को रिपोर्ट भेजा गया है। ओपी प्रभारी प्रमोद झा ने बताया कि थाने के दर्जे हेतु कुछ बिदुओं पर रिपोर्ट मांगा गया है। जिसकी तैयारी की जा रही है।

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