परिवार नियोजन में महिलाओं से कदमताल को बढ़े पुरुष

हैदर अली, मुंगेर

परिवार नियोजन में अब जिले के पुरुष महिलाओं से कदमताल करने की दिशा में बढ़ चुके हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति के आंकड़े के मुताबिक विश्व जनसंख्या दिवस पर चले परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान महिला बंध्याकरण में मुंगेर जिला पहले स्थान पर रहा जबकि पुरुष नसबंदी में दूसरे स्थान पर। हालांकि बंध्याकरण और नसबंदी के निर्धारित लक्ष्य में बड़ा अंतर है पर पुरुष नसबंदी पहली बार लक्ष्य के करीब पहुंचा है।
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से 31 जुलाई 2022 तक राज्य भर में परिवार नियोजन पखवाड़ा चला। स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 735 महिलाओं के बंध्याकरण और 55 पुरुषों की नसबंदी का लक्ष्य तय किया। खास यह कि इस दौरान 987 महिलाओं ने बंध्याकरण कराया। यह लक्ष्य से 134 प्रतिशत अधिक कर जिले ने बिहार में पहला स्थान हासिल किया। इसी तरह जिले में 55 पुरुषों की नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया। 52 लोगों ने नसबंदी कराई। आइयूसीडी (कापर-टी) के मामले में निर्धारित लक्ष्य 1735 की तुलना में 1350 का आंकड़ा प्राप्त करते हुए 77.81 प्रतिशत सफलता हासिल कर जिले ने बिहार में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।

जाहिर है कि देश में परिवार नियोजन का भार एक तरह से महिलाओं ने ही अपने कंधे पर उठा रखा है। महिलाओं के बंध्याकरण की तुलना में पुरुषों की नसबंदी का आंकड़ा कहीं टिकता ही नहीं है। महिला बंध्याकरण का आंकड़ा सैकड़ों या हजार तक पहुंच जाता है पर पुरुष नसबंदी का आंकड़ा मुश्किल से दहाई के शुरुआती अंक तक ही पहुंचता है। मुंगेर जिले की बात करें तो 2021-22 में महज पांच पुरुषों ने नसबंदी कराई थी।
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जिलाधिकारी सह जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष नवीन कुमार के नेतृत्व में जिला स्वास्थ्य समिति लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। पुरुष नसबंदी में भी हम लक्ष्य के करीब पहुंचे। यह भविष्य के लिए सुखद संकेत है।
नसीम रजी, डीपीएम

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