वैशाली के 60 मछली पालक किसान रंगीन मछली देखने पहुंचे चरुईपर गांव

वैशाली के 60 मछली पालक किसान रंगीन मछली देखने पहुंचे चरुईपर गांव

संवाद सूत्र, नूरसराय : वैशाली जिले के साठ मत्स्य पालक किसान नूरसराय चरुईपर गांव के प्रगतिशील मछली पालक किसान कवीन्द्र कुमार मौर्य के रंगीन मछली उत्पादक फार्म पर पहुंचे और रंगीन मछली उत्पादन की जानकारी ली। बता दें कि मछलीपालन किसान कवीन्द्र कुमार मौर्य प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत रंगीन मछली संवर्धन इकाई लगाए हुए हैं जहां वह एक लाख मछली का उत्पादन करते हैं उसी से संबंधित सभी वैशाली के किसान कविन्द्र कुमार मौर्य से जानकारी लेने पहुंचे। वैज्ञानिक डा़ टुनटुन सिंह ने कहा आज किसान को जरूरत है खेती के साथ मछली पालन करने की। इसमें कम लागत में यह एक अच्छा व्यवसाय है। रंगीन मछली उत्पादन करने में अन्य मछली पालन के अपेक्षा कम मेहनत लगता है और मुनाफा अच्छा है। रंगीन मछली में रोग व्याधि भी ना के बराबर लगता है। किसान इस व्यवसाय को अपना कर अपनी आमदनी अच्छी कर सकते हैं। आज रंगीन मछली की काफी मांग है। लोग अपनी दुकान आफिस में इसे पाल रहे हैं। प्रगतिशील मछली पालक किसान कवीन्द्र कुमार मौर्य ने कहा कि वह मछली पालन का व्यवसाय बीते 30 वर्षों से कर रहे हैं, जब वह मछली उत्पादन का कार्य शुरू किए थे तब दूसरे किसान कहते थे कि यह काफी उपजाई जमीन को तालाब बना रहा है। अपना खेत और समय बर्बाद कर रहा है जबकि आज मछली पालन कर के ही अपने दो बेटों को अच्छी शिक्षा दिलाये। एक इंजीनियर है दूसरा सरकारी नौकरी करता है। सरकार भी मछली पालन करने में अनुदान दे रही है। रंगीन मछली का फीड का भी व्यवसाय कर सकते हैं।
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