दोहरे हत्याकांड से खुली महेशखूंट पुलिस की पोल

संवाद सूत्र, महेशखूंट(खगड़िया): खगड़िया एनएच 31 पर एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना घटी है। बहुत दिनों बाद घटी घटना से खगड़िया पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। खगड़िया के पुलिसिग की पोल खुल गई है। महेशखूंट पुलिस की गश्ती भी सवालों के घेरे में है। सूत्रों की माने महेशखूंट पुलिस आसाम रोड चौराहे के आसपास ही गाड़ी दौड़ाती रहती है। अगर गश्ती होती, तो शायद ट्रक चालक-उपचालक की जान बच जाती। मालूम हो कि महेशखूंट थाना क्षेत्र के गौछारी पंचायत अंतर्गत मराच बहियार में शुक्रवार की सुबह जब किसानों, मजदूरों ने दो शव देखा, तो खलबली मच गई। इसकी सूचना महेशखूंट पलुसि तक पहुंची। पुलिस के आने और छानबीन के बाद पता चला कि मृतक चालक और उपचालक सारण जिला के परसा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इनकी पहचान चालक सोनेलाल राय और उपचालक रामबाबू के रूप में हुई। सूत्रों के मुताबिक अपराधियों ने दोनों को एक-एक गोली मारी। सूत्रों के अनुसार अपराधियों ने पहले इनका अपहरण किया और फिर गोली मारकर हत्या कर दी। आश्चर्य की बात यह है कि जहां इनके शव मिले हैं वहां से ट्रक बरामदगी स्थल, पितौंझिया ढाला की दूरी लगभग तीन किलोमीटर है। महेशखूंट थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि एसडीपीओ मनोज कुमार के नेतृत्व में जांच-पड़ताल की जा रही है। एफएसएल की टीम और खोजी कुत्ते को मंगाया जा रहा है। इधर पुलिस बहियार में चप्पे-चप्पे को छान रही है।


थानाध्यक्ष ने बताया कि चालक और उपचालक गुरुवार को एनटीपीसी बरौनी से कोयले का राख लोडकर दिन के लगभग दो बजे सीमेंट फैक्ट्री मोहित नगर, जलपाइगुड़ी के लिए प्रस्थान किया। पुलिस को ट्रक (बीआर 10 जीसी 0855) गौछारी से लगभग तीन किलोमीटर पूरब पितौंझिया में स्टार्ट अवस्था में मिला। उस पर कोई सवार नहीं था। पुलिस ने ट्रक को जप्त कर लिया है। एसडीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से जांच की जा रही है। ताकि पुलिस अपराधी तक पहुंच सके। इधर सूत्रों के मुताबिक अपराधियों ने ट्रक का पीछा कर उसे रोका। लूटपाट कर चालक-उपचालक को अपने कब्जे में लिया तथा उन्हें मराच बहियार ले जाकर गोली मार दी। मालूम हो कि महेशखूंट थाना में गश्ती को लेकर दो वाहन और एक 112 नंबर वाहन भी है। बरौनी से दो बजे चला ट्रक को गौछारी-पितौझिया ढाला पहुंचने में आखिर इतना समय कैसे लगा। क्या बीच में किसी लाइन होटल पर ट्रक रुका था, यह सवाल भी है। मामले पर से पर्दा पुलिस अनुसंधान में ही उठेगा। लेकिन इस घटना ने पुरानी यादों को ताजा कर दिया है। अब एनएच होकर रात्रि में आवागमन खतरे से खाली नहीं रहा।

अन्य समाचार