मानव धर्म पर चले तो स्थापित हो जाएगा राम राज्य

जागरण संवाददाता, सुपौल : गुरुवार को सार्वजनिक पूजा स्थल गांधी मैदान के परिसर में पांच दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन दीप प्रज्ज्वलन एवं व्यासपीठ पूजन एकल अभियान भाग सदस्य नलिन जायसवाल एवं संच अध्यक्ष अशोक सम्राट ने किया। इस मौके पर भव्य झांकी भी प्रस्तुत की गई। एकल अभियान श्रीहरि सत्संग समिति के व्यास मानस भास्कर रामऊदगार दासजी ने कहा कि भाई से भाई का प्रेम कैसा होना चाहिए, प्रभु श्रीरामजी ने करके दिखाया। 14 वर्ष बनवास से लौटने के उपरांत प्रभु की उम्र 41 वर्ष हो चुकी थी। उन्होंने अपने भाई भरत, लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न को अपने हाथों से स्नान कराया और उलझे हुए बालों को ठीक किया, अर्थात उलझे हुए बाल ही भाई-भाई की समस्त समस्या है। इसे संसार में कोई भी ठीक नहीं कर सकता वह भाई-भाई ही ठीक कर सकता है तभी राम राज्य आएगा। रामजी भी उसे ठीक कर राज सिंहासन पर बैठे और उनका राज्याभिषेक गुरु वशिष्टजी के द्वारा हुआ। राम राज्य में व्यासजी ने चौपाई के माध्यम से बताया कि दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज नहि कहिहु व्यापा। सब नर करहि परस्पर प्रीति। चलहि सर्वधर्म निरत श्रुति नीति। अर्थात राम राज्य में किसी भी प्रकार की व्यथा नहीं होती थी क्योंकि सब अपने अपने धर्म पर चल रहे थे। सभी मानव को अपने धर्म पर चलना चाहिए तभी राम राज्य स्थापित हो पाएगा। कथा में एकल अभियान सुपौल अंचल के अध्यक्ष डा. सुधीर गुप्ता, अंचल सचिव डा. राजा, अंचल सदस्य सूरज मिश्रा, रूबी कुमारी, संजीव कुमार सिंह, संजय चौधरी, हीरा लाल कामत, गौरीशंकर मंडल, संजय कुमार जायसवाल प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कथा में व्यास अंजलि दीदी, अर्चना दीदी, सुनीता दीदी, गुड़िया दीदी, रमन शरण अजय, ज्ञान सागर, राम कुमार आदि सहयोगी रहे।


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