बढ़ रही वायुमंडल की आद्रता, 24 घंटे में वर्षा के आसार

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। सावन में मानसून की निराशा के बाद भादो में एक बार फिर वर्षा की आस जगी है। मौसम में आ रहे परिवर्तन से अगले 24 घंटे में वर्षा की उम्मीद जगी है। हालांकि शनिवार को दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला और हल्की वर्षा हुई जिससे उमस भरी गर्मी से लोगों को थोड़ी राहत मिली।

पूर्णिया मौसम केंद्र द्वारा इस दौरान 7.5 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई। जबकि बढ़े तापमान से लोग परेशान रहे। शनिवार को अधिकतम तापमान 36.2 और न्यूनतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। पूर्णिया मौसम केंद्र प्रभारी एसके सुमन के अनुसार वायुमंडल की आद्रता में वृद्धि हो रही है जिससे वर्षा की संभावना बन रही है। अगले 24 घंटे में मेघ गर्जन, लाइटनिग के साथ हल्की वर्षा होने की उम्मीद है।

सावन मास में मानसून की बेरुखी ने लोगों को निराश किया है। खासकर किसानों की चिता काफी बढ़ गई। सावन में किसानों को मानसून से काफी उम्मीद थी लेकिन खेत सूखे रह गए। धान के खेतों में कृत्रिम रूप से पानी पटवन करते-करते किसान बदहाल हो गए हैं। ऐसे में अब भादो मास में किसान वर्षा की आस लगाए बैठे हैं। हालांकि शनिवार को दोपहर बाद हल्की बारिश जरूर हुई लेकिन यह धान फसल के लिए नाकाफी थी। साथ ही कुछ ही क्षेत्रों में यह वर्षा हुई। पश्चिमी क्षेत्रों में बहुत कम वर्षा हुई जिस कारण किसानों को कुछ लाभ नहीं हुआ। हां, इससे उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली। जबकि सावन मास में भी इस बार गर्मी चरम पर है। तापमान लगातार 35 डिग्री सेल्सियस से उपर चल रहा है। वहीं आसमान में बादल छाए रहने से विकिरण की क्रिया शिथिल है जिस कारण लोगों को उमस का अहसास अधिक हो रहा है। शनिवार की फुहार से उन्हें थोड़ी देर के लिए राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार मौसमी घटना में परिवर्तन हो रहा है। मौसम केंद्र प्रभारी एसके सुमन के अनुसार बंगाला की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है जो धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। वहीं वायुमंडल की आद्रता भी बढ़ रही है। साथ ही हवा की स्पीड भी घट गई है। बताया कि निचले स्तर पर बादलों को संघनन लगातर बढ़ता जा रहा है। ये सभी घटनाएं इगित करती है आने वाले 24 घंटे में वर्षा हो सकती है। इस दौरान मेघ गर्जन के साथ तड़का चमकने की संभावना है।

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