विकास की कहानी : आज हर तरफ खुशहाली है

जागरण संवाददाता, खगड़िया : मथुरापुर की रहने वाली 70 वर्षीय रजनी देवी कहती हैं, बड़े बुजुर्ग कहा करते थे, कि, अंग्रेज के समय में सड़कें नहीं थी। कोस-कोस पैदल चलकर लोग मुंगेर, बेगूसराय आदि जगहों पर पहुंचते थे। नाव से व्यापार होता था। जिसमें श्रम और समय दोनों की बर्बादी होती थी। लेकिन अब तो लोग एक दिन में दिल्ली पहुंच जाते हैं। दूर-दूर से घर बैठे कोई समान मंगा लेते हैं। 75 वर्षों में देश ने हर क्षेत्र में बेहतर विकास किया है। पहले के मुकाबले वर्तमान में काफी बदलाव हुए हैं। पहले कम संसाधन में लोगों को गुजारा करना पड़ता था। वर्तमान में हर क्षेत्र में विकास हुआ है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की जाल बिछ गई है। अब गांव से शहर की दूरी सिमट गई है। पहले लोगों को मथुरापुर आने के लिए तीन किलोमीटर बाजार घूमकर आना पड़ता था। लेकिन आज हर गली मुहल्ले में अच्छी सड़कें बन गई है। खगड़िया से अलौली जाने के लिए सड़क नहीं थी। लोग बैलगाड़ी और टमटम की सवारी करते थे। आज भी मथुरापुर के एक चौक का नाम टमटम चौक इसी कारण से है। वर्तमान में खगड़िया से अलौली जाने के लिए चमचमाती सड़क है। वे कहती हैं- उनकी सास वासों देवी बताती थी कि अंग्रेजों के उत्पीड़न से लोग परेशान थे। उनके डर से घर से बाहर तक लोग नहीं निकलते थे। अंग्रेज के सिपाही को देख लोग अपने अपने घरों में छिप जाते थे। वह कठिन दौड़ था। लेकिन आज देश नित्य नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आज शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और जरूरत की सभी मूलभूत सुविधाएं लोगों को मिल रही है। लोग स्वतंत्रता के 75वें अमृत महोत्सव मना रहे हैं। देश में हर तरफ खुशहाली का माहौल है।


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