महिला हेल्पलाइन और सशक्त बनाया जायेगा

महिला हेल्पलाइन और सशक्त बनाया जायेगा

जागरण संवाददाता शेखपुरा घरेलू तथा दूसरी तरह की उत्पीड़न की शिकार महिलाओं की मदद के लिए संचालित महिला हेल्पलाइन एवं वन स्टाप होम को शेखपुरा में और सशक्त बनाया जाएगा। इसको लेकर बुधवार को जिला पदाधिकारी सावन कुमार ने इस कार्यालय का निरीक्षण करके यहां की अधिकारी अमृता दयाल से विभिन्न तरह की जानकारी ली। इस दौरान महिला हेल्पलाइन के महिला और पुरुष काउंसलर से भी विभिन्न तरह से जानकारी ली। भटकी तथा बेसहारा महिलाओं के रहने के लिए स्थापित वन स्टाप होम के निर्माणाधीन भवन का भी मुआयना किया। यह भवन प्रखंड कार्यालय परिसर में बन रहा है, निर्माण में हो रहे बिलंब पर जिला पदाधिकारी ने डीडीसी को जांच करके रिपोर्ट देने को कहा है। पुराने अनुमंडल कार्यालय में चल रहे महिला हेल्पलाइन को और बेहतर करने के लिए यहां की अधिकारी अमृता दयाल को कई निर्देश दिये गए हैं। पुराने अनुमंडल भवन में चल रहे महिला हेल्पलाइन के निरीक्षण में डीएम ने यहां की पदाधिकारी अमृता दयाल को इसे और बेहतर करने का कई निर्देश दिए। यहां के काउंसलर से भी बात की गई। यहां के माध्यम से होने वाली प्राथमिकी को सूचना पट्टा पर दर्शाने का निर्देश दिया। बड़ा बोर्ड लगाने और महिलाओं के कल्याण के लिए यहां के माध्यम से होने वाले कार्यों का प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया।किसानों से यूरिया की अधिक कीमत लेने पर चार दुकानों का लाइसेंस रद्द अधिक कीमत लेने पर चार दुकान निलंबित जागरण संवाददाता शेखपुरा किसानों से यूरिया की अधिक कीमत लेने पर जिला चार दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी शिवदत्त सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया किसानों की शिकायत की जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है। इसमें शेखपुरा, चेवाड़ा तथा शेखोपुरसराय की दुकानें शामिल हैं। इन दुकानदारों पर किसानों से यूरिया की तय कीमत से अधिक रुपये लेने का आरोप था। जिले में यूरिया की कालाबाजारी रोकने के लिए कई स्तरों पर निगरानी की जा रही है। जिले में यूरिया की अभी कोई कमी नहीं है, रिटेलरों के पास अभी भी 28 हजार बोरी यूरिया का बड़ा भंडार उपलब्ध है। यूरिया की कालाबाजारी पर नजर रखने तथा इसे रोकने के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष संचालित करने के साथ प्रखंडों और पंचायतों में कृषि समन्वयक तथा किसान सलाहकारों को इसपर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। कालाबाजारी की सूचना पर इन्हें जिला स्तर पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है। मघा नक्षत्र में भी जिले का आधा रकवा परती जागरण संवाददाता शेखपुरा मौसम में सूर्य की तपिश लोगों के जनजीवन को अस्त-व्यस्त करने के साथ खेती के काम को भी प्रभावित किए हुए है। इस साल मानसून की बेरुखी का हाल यह है की मघा नक्षत्र शुरू हो गया है और जिले का आधा रकवा अभी भी परती पड़ा है। चालू खरीफ सीजन में जिले के 23 हजार हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य है, मगर अभी तक मात्र 50 प्रतिशत में रोपनी हो पाई है। जो रोपनी हुई है उस धान के पौधों को भी बचाने के लिए किसान जद्दोजहद कर रहे हैं। खरीफ की इस दयनीय दशा को देखते हुए कृषि विभाग ने वैकल्पिक खेती की योजना बनाकर मोटे अनाज की खेती की तैयारी में जुट गया है।  23  हजार हेक्टेयर धान की खेती के लक्ष्य की तुलना में शेखपुरा में 3956, बरबीघा में 1508, अरियरी में 1847, चेवाड़ा में 965, घाटकुसुंभा में 1500 तथा शेखोपुरसराय में 1580 हेक्टेयर में धान की रोपनी हुई है। जिला कृषि पदाधिकारी ने धान रोपने और रोपनी हुए धान के पौधों को बचाने के  लिए किसानों को डीजल अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है। अभी तक जिले में औसत की तुलना में 20 प्रतिशत हुई वर्षा जागरण संवाददाता शेखपुरा अगस्त महीने में भी बारिश जिले के किसानों को छका रही है। अगस्त का आधा महीना समाप्त होने के बाद अभी तक जिले में औसत की तुलना में 20 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है। अगस्त में जिले में 299.3 मिमी औसत बारिश होनी चाहिए, मगर अभी तक मात्र 55 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। इससे पहले जुलाई और जून में भी औसत से 60 प्रतिशत कम बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से जिले में भादो महीने में भूगर्भ जलस्तर नीचे जा रहा है। नदी, पैन, पोखर व तालाब अभी तक सूखे पड़े हैं, जिसकी वजह से पीने के पानी का संकट खड़ा होने का खतरा बढने लगा है।     

अन्य समाचार