निर्माण के साथ टूटने लगी सड़क, गुणवत्ता की खुली पोल

निर्माण के साथ टूटने लगी सड़क, गुणवत्ता की खुली पोल

दरभंगा। पटनिया कमरकल्ला पंचायत के बीच सुदक से हरसेर तक मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनी सड़क निर्माण के साथ ही टूटने लगी है। निर्माण कार्य के एक माह के अंदर ही सड़क के क्षतिग्रस्त होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। इस सड़क की लंबाई मात्र 1.8 किलोमीटर है। जिसके निर्माण पर 131.74 लाख रुपये खर्च की गई है। ऐसी स्थिति में निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी की गई है। 2019 के अगस्त माह में इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ। जिसे 2020 के अगस्त माह में पूरा करना था। लेकिन, इस कार्य को 2022 के मई माह में संपन्न कराया गया। अर्थात तीन वर्ष का समय पूरा हो चुका है। निर्माण संवेदक बीपी इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन को अब मरम्मति के लिए मात्र दो वर्ष बचे हैं। ऐसी स्थिति में सड़क की मरम्मति होगी भी या नहीं, यह कहना मुश्किल हो गया है। विभाग की ओर से निर्माण कार्य दौरान कोई सख्ती नहीं बरती गई। यही कारण है कि सड़क जगह-जगह टूटकर कर बिखर गई है। इससे गुणवत्ता की पोल खुल गई है। सड़क निर्माण के दौरान जिस हिसाब से मिट्टी डालना चाहिए वह नहीं डाला गया। रोलर भी नहीं चलाया गया। जैसे-तैसे कालीकरण कर दिया गया। सड़क निर्माण के दौरान क्षेत्र के लोग खुशी से समा नहीं रहे थे। लोग आजादी के बाद से कीचड़ से भरे सड़क पर चलने पर मजबूर थे। अनुमंडल और प्रखंड मुख्यालय आने में लोगों को बहुत परेशानी हो रही थी। सड़क बन जाने से लोगों की समस्या दूर हो गई। लेकिन, घटिया सड़क निर्माण होने से लोगों में काफी आक्रोश है। भवानीपुर के वार्ड सदस्य सुरेंद्र मंडल ने कहा कि निर्माणाधीन सड़क का टूटना चिंता का विषय है। निर्माण कार्य के दौरान इंजीनियर कभी देखने नहीं आते थे। यही कारण है कि ठीकेदार मनमाने ढंग से कार्य कर चले गए। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी के विरुद्ध कठोर करवाई । अन्यथा विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। आजादी के बाद भी लोग कच्ची सड़क पर चलने को विवश थे। इस सड़क के निर्माण होने लोगों की उम्मीद जगी। लेकिन, सड़क बनते ही टूटने लगी। स्थानीय विधायक और सांसद को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। दीपक कुमार - ग्रामीण, सर्दी लाखों रुपये के खर्चे के बाद भी गुणवत्ता पूर्ण सड़क का निर्माण नहीं हुआ। संवेदक और ठीकेदार की मिलीभगत से निर्माण के साथ ही सड़क टूटने लगी है। वरीय अधिकारियों को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। राधेश्याम सदा - ग्रामीण, कोयलाजान यह आर्थिक अपराध है। लोगों के विश्वास के साथ धोखा है। सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। ताकि, लोगों में सुशासन का विश्वास पैदा हो। कैलाश चौधरी - पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष

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