अंगारघाट स्टेशन पर लूट की घटना से सुरक्षा पर सवाल



समस्तीपुर, जागरण टीम। समस्तीपुर रेल मंडल का अंगारघाट रेलवे स्टेशन। आमतौर पर शांत दिखने वाले इस स्टेशन पर सोमवार की रात बदमाशों ने लूटपाट की घटना को अंजाम देकर उसे अशांत कर दिया। बदमाशों का मंसूबा क्या था, यह रेलवे के अधिकारियों की समझ से भी परे है। मोबाइल और फोन लूटने के पीछे कहीं रेल परिचालन को अस्त-व्यस्त करने की मंशा तो नहीं थी। लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन जांच में अभी तक कुछ भी सामने नहीं आ रहा है।

रविवार की रात बदमाशों द्वारा हथियार का भय दिखाकर रेल परिचालन वाले तीन टेलीफोन तथा सहायक स्टेशन अधीक्षक का मोबाइल लूट की घटना से कर्मियों में खौफ है। स्टेशन अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि स्टेशन पर डयुटी करने वाले कर्मी का सुनसान रात में भयभीत होना स्वाभाविक है। अंगारघाट रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के नाम पर एक आरपीएफ का ही एक जवान प्रतिनियुक्त है। उनके जिम्मे ही यात्री, स्टेशन और वहां पड़े सामान की सुरक्षा की जिम्मेवारी है। स्टेशन अधीक्षक बताते हैं कि घटना के समय जवान भी स्टेशन पर नहीं था।
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घटना के बाद वह यहां पहुंचा। स्टेशन के एक ट्रैक पर अक्सर ट्रेन की अतिरिक्त बोगी लगा रहता है। उसकी सुरक्षा को लेकर भी चिंता बनी रहती है। स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट के जिम्मे टिकट बुकिंग का कार्य होता है। यहां से औसतन दो हजार से बाईस सौ रुपये की टिकट बिक्री होती है।अंगारघाट रेलवे स्टेशन पर हुई घटना को लेकर यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगा है।

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