औरंगाबाद समाधान यात्रा: नीतीश बोले- नेपाल या केंद्र सरकार बाढ़ का नहीं करेगी उपाय तो अपने बूते पर करेंगे काम



औरंगाबाद, मनीष कुमार: समाधान यात्रा में सोमवार को औरंगाबाद पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाहरणालय में समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को बताया कि वे बिहार को बाढ़ से बचाने के लिए वर्ष 2000 से यानी 23 वर्षों से काम कर रहे हैं। बिहार में नेपाल से पानी आता है और उत्तर बिहार में तबाही मचाता है। बाढ़ से बचाव के लिए उन्‍होंंने वर्ष 2020 में नेपाल जाकर बैठक भी की थी।

हाइकोर्ट के द्वारा बाढ़ से बचाव के लिए कोशी विकास प्राधिकरण का गठन करने के निर्देश देने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्देश अच्छा है। जितनी जल्द इसका गठन होगा, उतनी जल्दी बिहार को बाढ़ से निजात मिलेगी। उत्तर बिहार में बाढ़ नेपाल के पानी से आती है। वहीं, उन्‍हाेंने यह भी बताया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए अपने इंजीनियर वहां तैनात कर रखे हैं।
सीएम नीतीश ने कहा कि नेपाल से बिहार का रिश्ते मधुर हैं। बाढ़ से बचाव के लिए वे वहां (नेपाल) के अधिकारियों से बात करते हैं। कुछ करने का अनुरोध करते हैं। सर्वदलीय बैठक भी की गई है। अगर नेपाल या केंद्र सरकार कोई उपाय नहीं करती है तो बिहार अपने बूते पर बाढ़ से बचाव का काम करेगी। इसके लिए छोटी नदियों को जोड़ने की योजना बनाई गई है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिया गया है। परीक्षा में उनकी संख्या अधिक होने के सवाल पर कहा कि लड़कों के साथ लड़कियों को सरकार आगे बढ़ा रही है। यह राज्य के लिए अच्छी बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समीक्षा बैठक में सभी विभागों की समीक्षा की गई है। विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

वहीं, यात्रा में सीएम के साथ रहे वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण के लिए बिहार तैयार है। जितना जल्दी हो कोशी विकास प्राधिकरण का गठन हो। इस दौरान भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद रहे।

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