बक्से में बंद मिली लाश : अंतिम संस्कार से वंचित परिजन को पुलिस ने न अस्थि दी, न राख; कैसे करें श्राद्धकर्म



शेखपुरा, जागरण संवाददाता। धनबाद-पटना इंटरसिटी में बक्से में बंद अज्ञात लाश की पहचान तो हो गई लेकिन परिजन युवक का अंतिम संस्कार नहीं कर सके। वहीं, अंतिम संस्कार के छह घंटे बाद पहुंचे परिजनों को युवक की अस्थि या राख तक नहीं मुहैया कराया गया। अब, अकाल बेटे को खो देने वाले मर्माहत परिवार को समझ नहीं आ रहा, वो क्या करें।
धनबाद-पटना इंटरसिटी में बक्से में बंद एक युवक की लाश मिली थी। पटना रेल पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर तीन दिनों तक नियमानुसार पहचान के लिए लाश को रखा। पहचान नहीं होने पर पुलिस ने लाश का अंतिम संस्कार अज्ञात रूप में करा दिया गया।

उधर, युवक का अंतिम संस्कार हो गया। परिजनों को पता चला तो वे भागे-भागे पटना पहुंचे लेकिन तब तक देर हो गई। छह घंटे के बाद शुक्रवार की शाम परिवार के लोग वहां पहुंचे तो रेल पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया था पर पुलिस ने परिजनों को अस्थि या राख तक मुहैया नहीं कराया। अब, ऐसे में परिवार के लोग किसी तरह श्राद्ध कर्म में जुट गए हैं।
मर्माहत परिवार के लोगों को यह भी समझ नहीं आ रहा कि इसमें अब पुलिस क्या कार्रवाई करेगी और हत्यारा पकड़ में आएगा अथवा नहीं। जगत के भाई रवि कुमार ने बताया कि हम लोगों को कुछ समझ नहीं आ रहा। यह मामला जब तक जान पाते, तब तक लाश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। उधर, अब उसके भाई अमरजीत श्राद्ध के काम में जुट गया है।
पटना-धनबाद इंटरसिटी में बक्से में बंद मिली लाश की हुई पहचान, शेखपुरा का था युवक; दो साथियों पर हत्या का आरोप यह भी पढ़ें
बता दें कि मोहली ओपी क्षेत्र के कमालपुर निवासी 25 साल का युवक जगत महतो की लाश धनबाद-पटना इंटरसिटी में बक्से में बंद मिली। जगत अपने पिता शंकर महतो के साथ कोलकाता में रहकर काम करता था। वहां से घर आने के बाद लखीसराय से वह लापता हो गया। फिर दो दिन के बाद पटना के रेलवे स्टेशन से बुधवार को बक्से में उसकी लाश मिली। मीडिया के माध्यम से जब तक परिवार वालों के यह सूचना मिली, तब तक लाश का अंतिम संस्कार रेल पुलिस ने कर दिया था।

रवि ने बताया कि वह 6 भाई है। जगत सबसे बड़ा था। दूसरे नंबर पर वही है। उसके बाद तेजिंदर, अमरजीत, श्यामजीत और प्रियांशु है। पिता शंकर महतो कोलकाता में मसाला की दुकान में रहकर नौकरी करते हैं। जगत को भी परिवार के भरण-पोषण के लिए वहां लेकर गए थे लेकिन यह किसे पता था कि उसकी लाश ही यहां लौटेगी।
पटना-धनबाद इंटरसिटी में बक्से में बंद मिली लाश की हुई पहचान, शेखपुरा का था युवक; दो साथियों पर हत्या का आरोप

अन्य समाचार