उसके जिंदा रहते जान छिड़कते थे कई आशिक, लेकिन मरने पर कोई नहीं आया; पुलिस ने लावारिस की तरह किया अंतिम संस्कार



शेखपुरा, जागरण संवाददाता। शादी समारोह और अन्य आयोजनों में डांसर को बुलाकर डांस करवाने का चलन बढ़ गया है। आर्केस्ट्रा में डांस देखने के लिए भीड़ उमड़ती है। लोग डांसर पर जान छिड़कते हैं लेकिन गरीबी और बेबसी में आर्केस्ट्रा में काम करने वाली लड़कियों का अंतिम सफर भी आसान नहीं होता। लोग उन्हें अपना कहने से कतराते हैं।
शेखपुरा में 25 फरवरी को हुए सड़क हादसे ने आर्केस्ट्रा में काम करने वाली लड़कियों की दर्दभरी जिंदगी की सच्चाई बयां कर दी है। एक बुलेट पर एक पुरुष और तीन डांसर आर्केस्ट्रा में भाग लेने जा रही थी। उसी दौरान लालुनगर के हादसे में दो की मौके पर मौत हो गई और दो अन्य भी मौत के गाल में समा गई।

इसी हादसे में नेहा नाम की डांसर भी शामिल थी। हादसे में मारे गए एक पुरुष और दो डांसर के परिवार वाले शव लेने के लिए उपस्थित हुए लेकिन नेहा लावारिस ही रही। उसकी लाश को लेने कोई नहीं आया। अंत में पुलिस ने नेहा का अंतिम संस्कार लावारिस लाश की तरह कर दिया।
यह आर्केस्ट्रा की चकचौंध में गरीबी और बेबसी से लड़ने वाली लड़कियों की दर्द भरी अंतहीन दास्तान की बानगी भर है। नेहा बरबीघा के लालूनगर के पास सड़क से घायल हुई थी। पावापुरी मेडिकल अस्पताल में उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

नेहा के मोबाइल से पुलिस ने उसके कुछ चाहने वालों से संपर्क किया लेकिन कोई अपना बनकर सामने नहीं आया। नेहा बंगाल की रहने वाली थी और अनाथ थी। एक नंबर पर पुलिस ने जब संपर्क किया तो पहले युवक ने नेहा का खुद को ब्वॉयफ्रेंड बताया लेकिन नेहा के मौत की खबर सुनने और लाश ले जाने की बात पर उसने मोबाइल बंद कर लिया। अंत में पुलिस ने नेहा की लाश का अंतिम संस्कार लावारिस लाश की तरह कर दिया।

25 फरवरी को लालूनगर गांव के पास हुए सड़क हादसे में एक बुलेट पर चार लोग सवार होकर आर्केस्ट्रा में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इसमें चालक और एक महिला की मौके पर मौत हो गई। जबकि दो अन्य महिलाओं ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था, उसी में से नेहा भी एक थी।
इसमें चालक चेवडा प्रखंड के कुरमुरी गांव निवासी 35 वर्षीय मनोहर कुमार, बरबीघा के जयरामपुर थाना के निवासी राकेश कुमार की पत्नी अनिता कुमारी, मेहुस गांव के विजय राम की पत्नी रोशनी कुमारी की मौत हुई।

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