केंद्रीय मंत्री पशुपति बोले- बिहार में शराबबंदी है पूरी तरह फेल, ताड़ी के व्यवसाय से हटाए जाएं प्रतिबंध



जागरण संवाददाता, हाजीपुर: केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री एवं रालोजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि ताड़ी उतारना और बेचना जातिगत पेशा है, इसलिए इसके व्यवसाय पर लागू प्रतिबंधों को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने शराबबंदी और सरकारी कार्यालयों में कामकाज की व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
केंद्रीय मंत्री पशुपति ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह फेल है। अगर शराब को रोकने में सरकार सक्षम नहीं है तो इसे पर फिर से चालू कर देना चाहिए। उन्होंने राज्य में अस्पतालों और सरकारी कार्यालयों की व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यहां आम लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। इस व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत है ताकि गरीब व वंचित जनता को इसका लाभ मिल सके।

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार हाजीपुर सदर अस्पताल परिसर में भारतीय जन औषधि दिवस यानी आज आयोजित एक कार्यक्रम का उद्घाटन करने पहुंचे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय जन औषधि परियोजना से देश के लाखों लोगों को लाभ मिल रहा है। इसके तहत मरीजों को 50 से 90 प्रतिशत तक कम कीमत पर दवाइयां मिल रही हैं। इससे नियमित दवा सेवन करने वाले मरीजों और बुजुर्गों को बड़ी मदद मिल रही है।
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इस दौरान उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र के लोगों से अपील की कि वे मरीजों को भारतीय जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली जेनेरिक दवाएं लेने के लिए कहें। ये सस्ती होती हैं। इससे गरीब और साधारण वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचेगा।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त चित्रगुप्त कुमार, सिविल सर्जन डॉ. एसएन प्रसाद, सदर अस्पताल अधीक्षक, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मियों समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने भारतीय जन औषधि परियोजना से लाभान्वित कई लोगों को प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित भी किया।


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