Madhubani: मिथिला की पारंपरिक 84 कोसी मध्यमा परिक्रमा हुई पूरी, जनकपुरधाम में उड़ा रंग-गुलाल; शुरू हुई होली



 संवाद सूत्र, हरलाखी (मधुबनी): मिथिलाधाम की विश्व प्रसिद्ध 15 दिवसीय मध्यमा परिक्रमा का विधिवत समापन हो गया। पारंपरिक यात्रा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने मिथिला बिहारी के डोला के साथ नगर की पंचकोसी परिक्रमा की। फिर किशोरी जी गर्भगृह की परिक्रमा कर 15 दिवसीय यात्रा के संकल्प पूरा किया।
मिथिला की पारंपरिक 15 दिवसीय 84 कोस की परिक्रमा पूरी करने के बाद श्रद्धालु एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हुए झूमने लगे। इस दौरान पूरा जनकपुरधाम सतरंगी रंगों से सराबोर हो गया।

श्रद्धालुओं ने मिथिला में 'राम खेले होली, हो खेले होली मिथिला...' जैसे मैथिली होली गीत गाए। होली मनाने के बाद श्रद्धालु स्वजनों के लिए प्रसाद व उपहार खरीदकर अपने-अपने घर वापस लौट गए।

मिथिलाधाम की मध्यमा परिक्रमा यात्रा के बाद मिथिला बिहारी प्रभु श्रीराम का डोला अपने गंतव्य स्थान कचुरीधाम के लिए प्रस्थान किया। महंत रामनरेश शरण ने बताया कि मिथिला बिहारी प्रभु श्री राम व माता किशोरी की असीम कृपा से मध्यमा परिक्रमा यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। यात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए थे। 

अन्य समाचार