Kharmas 2023: आज से खरमास शुरू, एक महीने तक बंद रहेंगे शादी सहित ये मांगलिक कार्य, सूर्य की पूजा से होगा लाभ



बेगूसराय, जागरण संवाददाता। चैत्र खरमास का शुभारंभ 15 मार्च से हो जाएगा। ज्योतिष के अनुसार, बुधवार की सुबह 8.59 में सूर्यदेव ने मीन राशि में प्रवेश किया। इसी समय से खरमास आरंभ हो गया। 
खरमास के आरंभ होने से शादी-विवाह, मुंडन, यज्ञोपवित, गृह निर्माण और गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य एक महीने यानी 14 अप्रैल तक नहीं होंगे।
ज्योतिषाचार्य सह संस्कृत कालेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. कमला कांत झा और संतोष कुमार मिश्र की मानें तो 15 मार्च की सुबह में सूर्यदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश किया। उनके प्रवेश के साथ ही खरमास आरंभ हो गया।

खरमास साल में दो बार लगता है। एक बार जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं और दूसरी बार जब मीन राशि में जाते हैं। इन दोनों खरमास में मांगलिक कार्य शुभकारी नहीं होता है। इसलिए खरमास में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं आयोजित किए जाते हैं।
पंडितों के अनुसार खरमास में भगवान विष्णु और सूर्यदेव की पूजा करने से लाभकारी फल प्राप्ति होती है। खरमास में सूर्योदय के पूर्व गंगा स्नान और सूर्य देव की पूजा और उनके मंत्रों के जाप से पुण्य की प्राप्ति होती है।
बेगुसराय: शादी समारोह में तमंचे पर डिस्को का वीडियो वायरल, मारपीट का आरोप, दुल्हन और स्वजन जख्मी यह भी पढ़ें
खरमास के समय ब्राह्मण, गुरु और गाय को भोजन कराने और दान-पुण्य करने से आमजनों को मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। मंदिरों और घरों में दैनिक पूजा पाठ, व्रत और त्योहार का कार्य जारी रहेगा।
खरमास काल में कई प्रकार के कार्य वर्जित हैं। यथा मुंडन संस्कार, यज्ञोपवित संस्कार, शादी विवाह, गृहनिर्माण के लिए शिलान्यांस, गृह प्रवेश, द्विरागमन, नव व्यवसाय आरंभ, भूमि खरीदगी, स्वर्णाभूषण खरीद, वाहन की खरीद आदि कार्य नहीं करनी चाहिए। शास्त्रों में मान्यता है कि खरमास में उपरोक्त कार्यों के परिणाम हितकारी नहीं होते हैं।
मप्र और अगरतला जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर: अब 2 जुलाई तक चलेगी रानी कमलापति-अगरतला स्पेशल ट्रेन यह भी पढ़ें
बता दें कि दो मई से पुन: शुभ लग्न प्रारंभ हो जाएगा। इस बार मई में शादी-विवाह के सबसे अधिक मुहूर्त है। मई में 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 26, 27, 28, 29, 30 को खूब शादियां होंगी। इस साल जनवरी से लेकर मार्च तक विवाह के 39 मुहूर्त रहे। 15 मार्च के बाद विवाह मुहूर्त समाप्त हो जाएगा। मई में ताबड़तोड़ सभी मांगलिक कार्य आरंभ होंगे।


अन्य समाचार