सासाराम जा रहे भाजपा के नेताओं को प्रशासन ने रोका, पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद सहित कई नेता हैं शामिल



संवाद सहयोगी, बिक्रमगंज (रोहतास)। राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी व पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह को प्रशासन ने सासाराम जाने से रोक दिया। ये लोग हिंसा प्रभावित क्षेत्र सासाराम में सद्भावना मार्च में शामिल होने जा रहे थे तभी प्रशासन ने उन्हें आदर्श आचार संहिता का हवाला दे रोक दिया।
बताया जाता है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, विधायक केदार गुप्ता, जय प्रकाश यादव का काफिला भोजपुर - रोहतास जिला के सीमा पर मोहनी के समीप पहुंचा प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने पूर्व उप मुख्यमंत्री व नेताओं से वहां गया स्नातक व शिक्षक निर्वाचन चुनाव के लिए लगे आदर्श आचार संहिता तथा डीएम का आदेश बताकर जाने से रोका। पूर्व उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने भी डीएम से बात की। इसके बाद बिक्रमगंज से लौट आने का आश्वासन देकर बिक्रमगंज तक आए। यहां उन्होंने भाजपा के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। पूर्व उप मुख्यमंत्री सहित भाजपा नेताओं ने यहां भारतमाता, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण किया और दीप प्रज्ज्वलित किया। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल है। सासाराम में प्रशासन में भी बेहतर तालमेल का अभाव दिख रहा है। प्रशासन का वरीय अधिकारी कहते हैं कि धरा 144 लागू नहीं है, जबकि एक पुलिस अधिकारी लाउडस्पीकर में बोलता है कि 144 लागू है। उन्होंने इसकी न्यायिक जांच कराने की मांग की। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि स्थिति सामान्य होती तो वहां जाने से उन्हें नहीं रोका जाता ना हीं इतने दिनों तक इंटरनेट बाधित रहता। सरकार झूठ बोल रही है। वहीं पूर्व उप मुख्यमंत्री ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र में हो रही कार्रवाई को एकतरफा बताया। उन्होंने कहा कि राजू चौधरी को गोली लगने के बाद प्रशासन ने वाराणसी भेजा, वहां उनकी मौत होने के बाद उसके मौसा को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। सभी भाजपा नेता पूर्व विधायक राजेश्वर राज के आवास पर आयोजित स्थापना दिवस समारोह में भाग लेकर लौट गए।


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