आशा कार्यकर्ता के साथ छेड़खानी मामले में जांच का आदेश

जमुई। आशा कार्यकर्ता के साथ छेड़खानी मामले में सिविल सर्जन डॉ. श्याम मोहन दास ने संज्ञान लेते हुए जांच का आदेश दिया है। पीड़ित आशा कार्यकर्ता द्वारा सिविल सर्जन को आवेदन देकर छेड़खानी करने व मारपीट करने का आरोप डाटा ऑपरेटर बमबम कुमार पर लगाया गया था।

सीएस ने बताया कि घटना की उन्हें पूरी जानकारी मिल चुकी है। इस मामले की जांच एसीएमओ से कराया जाएगा। जांच के उपरांत दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
खैरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डाटा इंट्री ऑपरेटर बमबम कुमार पर आशा कार्यकर्ता की पिटाई करने के बाद उसके साथ दु‌र्व्यवहार करने का आरोप लगा था। इस संबंध में आशा कार्यकर्ता ने चिकित्सा पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को आवेदन देकर कार्रवाई करने की गुहार लगाई थी। आवेदन में आशा कार्यकर्ता ने बताया था कि बीते 5 दिसंबर को तीन बजे दिन में एक बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र लेने गई थी। तब डाटा एंट्री ऑपरेटर बमबम कुमार ने प्रमाणपत्र देने से पहले एक हजार रुपये की मांग की। इसके जबाव में जब उसने रुपये देने से मना किया तब वह गलत नियत से उसके साथ गाली-गलौज करने लगा तथा हाथापाई भी की। जब उसने विरोध किया तब उसके साथ दु‌र्व्यवहार करने का प्रयास किया। हालांकि डाटा ऑपरेटर बमबम कुमार के साथ यह पहला मामला नहीं बल्कि इससे पहले भी सिकंदरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसपर कई आरोप लगे थे।
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Posted By: Jagran
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