गैस डिलीवरी के नाम पर ग्राहकों को प्रत्येक दिन 78 हजार का लग रहा चूना

मधेपुरा। होम डिलीवरी के नाम पर जिले में प्रत्येक दिन 78 हजार का चूना लग रहा है। यह राशि सिलिडर पहुंचाने वाले व गैस एजेंसी संचालक के जेब में जाता है। यद्यपि एजेंसी संचालक का कहना है कि वे डिलीवरी करने वाले को राशि लेने से मना किया गया है। लेकिन लोगों को पता नहीं होने के कारण उनसे राशि ले ली जाती है। यही नहीं उपभोक्ताओं को गैस का सही वजन भी नहीं मिल पा रहा है। लोग सिलेंडर लेते समय वजन की जांच नहीं करवाते हैं। गैस एजेंसी संचालक की मानें तो वर्तमान में घरेलू गैस सिलेंडर का दाम 968 रुपया है जबकि व्यवसायिक सिलिडर का दाम 1676 रुपया लिया जाता है। सिलिडर का बुकिग मोबाइल से किया जाता है। मालूम हो कि जिले में 20 गैस एजेंसी है। जहां करीब चार लाख 48 हजार लोगों का कनेक्शन है। प्रत्येक दिन 52 सौ गैस की खपत होता है। होम डिलीवरी के नाम पर लिए जाते हैं 15 से 20 रुपये होम डिलीवरी के नाम पर वेंडर ग्राहकों से 15 से 20 रुपये की वसूली करते हैं। लोग आसानी से राशि दे भी देते हैं। इसका मुख्य वजह है कि लोगों को इस बात का पता नहीं रहता है कि गैस सिलेंडर को घर तक पहुंचाने की राशि एजेंसी संचालक के द्वारा पहले ही ले लिया जाता है। वेंडर दूरी के अनुसार राशि लेते हैं। मालूम हो कि फरवरी में अचानक से गैस के दामों 150 रुपये का उछाल आया है। 5200 सिलिडर की खपत है जिले में

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जिले में रोजाना करीब 5200 सिलिडर की खपत है। इसमें अगर 15 रुपये अतिरिक्त जोड़ा जाय तो 78 हजार रुपया ग्राहकों के जेब से निकाल लिया जाता है। जानकारी के अभाव में लोग राशि दे रहे हैं। जबकि सिलिडर घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी गैस एजेंसी संचालक की होती है। लोगों की मानें तो अगर वे वेंडर को राशि नहीं देते हैं तो समय पर गैस नहीं पहुंचाया जाता है। ऐसे में कुछ राशि लगता है तो गैस समय पर मिल जाता है। नहीं की जाती है वजन की जांच वेंडर को गैस आपूर्ति के समय वजन चेक कर देना है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं देता। न वेंडर वजन जांच करते हैं न ही ग्राहक इसके लिए दबाब बनाते हैं। यद्यपि एजेंसी संचालक का कहना है कि सभी वेंडर को वजन जांच की मशीन दी गई है। वे जहां भी सिलेंडर देते हैं जांच कर दें। लेकिन ग्राहक भी जल्दी बाजी के चक्कर मे वजन चेक नहीं करते। ये है नियम
- स्प्रिंग बैलेंस से सिलेंडर का तौल कराकर लें।
- सिलेंडर लेते समय उसकी सील टूटी हुई न हो यह चेक कर लें।
- सिलेंडर लेते समय लीकेज अवश्य चेक कराएं।
- हॉकर को रसोई गैस के निर्धारित मूल्य से अधिक दाम न दें।
Posted By: Jagran
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