अगर क़ाबा और मदीना की मस्जिद बंद की जा सकती है,तो भारत की क्यों नहीं- जावेद अख़्तर

कोरोनावायरस ने दुनिया भर में तबाही मचा रखी है. इस बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरी दुनिया अपने घरों में क़ैद है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी जो इस बीमारी को मज़ाक समझ रहे हैं. हाल ही में दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तब्लीग़-ए-जमात के 2000 से ज़्यादा लोगों के शामिल होने की खबरें सामने आईं थी, जिसको लेकर सभी के होश उड़ गए.

इस ख़बर से दिग्गज राइटर जावेद अख़्तर काफी नाराज़ हैं और मस्जिद बंद कराने के फैसले का समर्थन कर रहे हैं. यही नहीं जावेद अख़्तर इन तब्लीग़-ए-जमात के हरकत इस क़दर आग बबूला है कि उन्होंने अपना गुस्सा ट्वीट के ज़रिये ज़ाहिर किया है और लिखा है कि 'ताहिर महमूद साहब जो कि एक स्कॉलर और अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष हैं, उन्होंने कहा है कि दारूल उलूम देवबंद कोरोना ख़त्म होने तक मस्जिदों को बंद करने का फतवा जारी किया है , मैं पूरी तरह से उनकी इस मांग का समर्थन करता हूं. 'अगर क़ाबा और मदीना की मस्जिद बंद की जा सकती है तो भारत की मस्जिदों को क्यों बंद नहीं किया जा सकता'?
Tahir Mehmood Saheb an scholar n the Ex chairman of the minority commision has asked Darul ulum Deoband to give a Fatwa to close all the mosques till corona crisis is there. I totally support his demand If Kaaba n the mosque in Madina canbe closed down why not Indian mosques - Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 30, 2020 function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}}
Tahir Mehmood Saheb an scholar n the Ex chairman of the minority commision has asked Darul ulum Deoband to give a Fatwa to close all the mosques till corona crisis is there. I totally support his demand If Kaaba n the mosque in Madina canbe closed down why not Indian mosques
उनके इस ट्वीट के बाद फैंस से अलग रिस्पांस आ रहें हैं. किसी ने उन्हें सपोर्ट किया तो कहीं वो हो गएं ट्रोल.
इसी तरह एक्टर रणवीर शोरी भी जावेद अख़्तर के समर्थन में आएं और मौजूदा हालात पर अपनी परेशानी ज़ाहिर करते हुए कहा कि, '21 दिनों के राष्ट्रीय लॉकडाउन की मदद से संक्रमणों को कम करने की प्रयास की जा रही है,और अब जमात के कारण बीमारी बढ़ सकती है
वहीं एहसान नूरानी इस बात से काफी हैरान हैं और सरकार के फैसले का समर्थन न करने वालों पर उनका गुस्सा सामने आया है.
Unbelievable to see #lockdown and #Quarantine rules being totally igonored in places like #Nizamuddin no community is immune to this virus please follow the rules - Ehsaan Noorani (@EhsaanNoorani) March 30, 2020 function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}}
Unbelievable to see #lockdown and #Quarantine rules being totally igonored in places like #Nizamuddin no community is immune to this virus please follow the rules
गौरतलब है मस्जिद-ए -मरकज़ में कई लोग शामिल थे. COVID-19 के कारण जमात से वापस आने वाले 6 लोगों की मौत भी हो गयी है ,और करीब 150 लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं.
बता दें मरकज़ में कई लोग मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान से आए थे. फिलहाल दिल्ली सरकार ने मरकज़ के मौलाना के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने का आह्वान किया है.

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