सैनिटाइजर नहीं तो साबुन से धोइए हाथ

जहानाबाद : क्वारंटाइन सेंटर में सैनिटाइजर है न? मास्क की स्थिति क्या है? खाने के सामग्री पर्याप्त है या नहीं? यदि सैनिटाइजर नहीं है तो साबुन से हाथ धोते रहिए। उप-विकास आयुक्त गुरुवार को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे कार्य की समीक्षा के दौरान कुछ इसी अंदाज में जानकारी ली।

डीडीसी मुकुल वर्मा ने सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि आपस में समन्वय स्थापित कर सभी कोषांग एक दूसरे की मदद करें। समर्पण और मेहनत से किए जा रहे कार्य का नतीजा है कि जिले में एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ है। यह सबके लिए सुखद बात है। पंचायत से लेकर शहरी क्षेत्र में क्वरंटाइन सेंटर में भोजन, बिछावन, पेयजल, रौशनी, सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध होता रहेगा। सफाई प्राथमिकता स्तर पर कराएं। जो चिकित्सक, कर्मी या पदाधिकारी आईसोलेशन वार्ड में है उन्हें कीट उपलब्ध रखे जाने के साथ ही आईसोलेशन वार्ड को पूरी तरह सेनेटाईज करें। प्रयोग में लाई जाने वाली
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सामग्री का भी सेनेटाईज कर उसका उपयोग करें। उन्होंने कहा कि आईसोलेशन सेंटर मोस्ट हाई रिस्क एरिया है, जिसे संक्रमण मुक्त रखने की आवश्यकता है। सभी चिकित्सकों को आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करने की हिदायत दी गई। कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मी एवं चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आइसोलेशन वार्ड से अगर किसी मरीज का सैंपल टेस्ट बाहर भेजा जाता है, तो इसकी जानकारी कोषांग को अवश्य दी जाए। किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में जाने की इजाजत नहीं है। अभी तक 3200 लोग बाहर से आए हैं जिन्हें पंचायत क्वारंटाइन में भेजा गया है। राज्य के बाहर फंसे बिहार के लोग लगातार 9470001733 पर संपर्क कर अपनी समस्या से उपायुक्त को अवगत करा रहें है, जिनका निष्पादन संबंधित जिला प्रशासन को करने के लिए अनुरोध किया जा रहा है। अबतक लगभग 75 लोगों ने कॉल कर इस कोषांग को अपनी समस्या बताया है। इस मौके पर डीपीआरओ शंभू नाथ झा, सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक अभय कुमार, श्रम अधीक्षक सुरेंद्र प्रसाद सहित सभी कोषांग के वरीय पदाधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित थे।
Posted By: Jagran
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