पंचायतों का खजाना खाली, कोरोना पड़ रहा भारी

मधेपुरा। राज्य सरकार ने पंचायतों को कोरोना से बचाव की सामग्रियों की खरीद के लिए राशि खर्च करने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन जिस मद से खर्च करने की अनुमति दी गई है उस मद में जिले की अधिकांश पंचायतों में राशि ही नहीं है। राज्य सरकार ने पंचायतों को पंचम वित्त आयोग की राशि को खर्च करने को कहा है, जबकि जिला मुखिया संघ की माने तो जिले के अधिकांश पंचायतों में इस मद में राशि उपलब्ध है ही नहीं। पंचायतों पंचम वित्त आयोग की राशि नहीं रहने से पंचायत में मास्क, सैनिटाइजर व साबुन आदि की खरीद नहीं हो पा रही है। पंचायतों को वित्तीय वर्ष 2019-20 में इस मद की राशि दी गई थी। अब वित्तीय वर्ष भी समाप्त हो चुका है। पंचायतों को औसतन नौ लाख रुपये पंचम वित्त आयोग वाली मिली थी। लगभग सभी पंचायतों ने इस राशि को खर्च भी कर दी। कुछ पंचायतों में ही राशि उपलब्ध होने की संभावना बताई जा रही है। ऐसे में सभी पंचायत चालू वित्तीय वर्ष में पंचम वित्त आयोग की राशि मिलने पर टिकी हुई है।

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मुखिया पर है जनता का दवाब
राज्य सरकार द्वारा पंचायतों को राशि खर्च किए जाने संबंधी निर्देश जारी किए जाने के बाद मास्क व सैनिटाइजर वितरण के लिए पंचायतों के मुखिया पर जनता दबाव बना रही है। जिन पंचायतों को पंचम वित्त आयोग की राशि उपलब्ध नहीं है वे परेशान हैं। वहीं राज्य सरकार ने पंचायतों को जो मास्क व सैनिटाइजर खरीद करने को कहा है। इसका खरीद प्रतिनिधियों, कार्य मे लगे कर्मियों और पंचायत में बने आइसोलेशन सेंटर के लिए ही किया जाना है, जबकि आमलोगों में यह धारणा बन गई है कि पंचायत से इन सामान की खरीद कर आमलोगों में वितरित किया जाएगा। लगातार ऐसी मांग भी उठ रही है। राज्य सरकार ने डीएम को संदेश देकर स्पष्ट किया है कि पंचम वित्त आयोग की राशि से ग्राम पंचायत आमजनों के लिए मास्क व सैनिटाइजर की खरीद नहीं कर सकती है। कोट पंचायतों को पंचम वित्त आयोग की राशि खर्च करने का निर्देश मिला है, लेकिन इस मद में पंचायत में राशि ही नहीं है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्राप्त हुई राशि पंचायत के विकास कार्यो पर इस आपदा से काफी पहले ही खर्च की जा चुकी थी। -राजेश कुमार झा, मुखिया प्रतिनिधि, गौरीपुर, सिंहेश्वर
जिले के अधिकांश पंचायतों में पंचम वित्त आयोग की राशि नहीं है। इस आपदा के आने से काफी पहले ही सभी पंचायतों ने यह राशि खर्च कर दी है। जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार से मांग है कि पंचायत के खाते में जल्द पंचम वित्त आयोग की राशि भेजी जाए। -स्वदेश कुमार, अध्यक्ष, जिला मुखिया संघ, मधेपुरा
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जिले के अधिकांश पंचायतों में पंचम वित्त आयोग की राशि उपलब्ध नहीं रहने की जानकारी नहीं है। मुखिया संघ द्वारा अभी इसकी जानकारी नहीं दी गई है। इसकी जानकारी प्राप्त कर विभाग को सूचित किया जाएगा। -गोपाल प्रसाद , जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधेपुरा
Posted By: Jagran
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