big breaking:मजदूरों को घर भेजने के लिए केंद्र और राज्ये सरकारे हो गयी तैयार ,यहां जाने क्या है उनके वापस जाने की शर्ते

ऐसे में देश के कई शहरों में प्रवासी मजदूर फंस गए हैं वह किसी तरह से अपना घर लौटना चाहते हैं ऐसे में भी इनकी वापसी को लेकर केंद्र सरकार प्लान तैयार कर रही है उम्मीद जताई जा रही है कि लॉकडाउन खुलते ही सबकी घर की वापसी हो सकती है सूत्रों के मुताबिक घर की वस्तुओं की वापसी को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बातचीत चल रही है।

कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने मजदूरों को वापस लाने के लिए पहले ही हामी भर दी है सूत्रों के मुताबिक मजदूरों को सीधे घर नहीं भेजा जाएगा कहा जा रहा है कि अपने राज्य पहुंचने के बाद सबसे पहले इन्हें किसी खास जगह पर क्वारंटाइन किया जाएगा इसके बाद इन सबको अपने अपने गांव भेजा जाएगा बता की लॉकडाउन होने के बाद घर की जाने की उम्मीद में सारे मजदूर दिल्ली और मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर हजारों की संख्या में जमा भी हुए थे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
सीएम शिवराज के मुताबिक जो मजदूर प्रदेश के बाहर लॉक डाउन में फंस गए हैं उन्हें वापस लाया जाएगा उन्होंने इस संबंध में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश ,गुजरात और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की है मुख्य मध्य प्रदेश सरकार मजदूरों को वापस लाने के लिए अपने स्तर पर पूरी व्यवस्था करेगी इसके साथ ही प्रदेश के अंदर अलग-अलग जिलों में फंसे मजदूर को भी उनके जिले में जाने की अनुमति दी जाएगी।
मजदूरों की मदद के लिए पिछले दिनों महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने मजदूरों की मदद के लिए कितने रेल मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखी थी और रेलमंत्री से गुजारिश किया है कि लॉक डाउन में महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापस भेजने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाए यह ट्रेन पुणे और मुंबई से चलाने की मांग की गई है।

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