बिजली विभाग का कारनामा, बंद घर में भी आ रहा मनमाना बिल

संसू.,बड़हिया (लखीसराय)। विद्युत विभाग की मनमानी से इन दिनों बड़हिया नगर के उपभोक्ता परेशान हैं। बिजली बिल के लिए कई माह तक मीटर रीडिग नहीं होती है। यदि होती भी है तो उपयोग से अधिक बिजली का औसतन बिल उपभोक्ताओं को था दिया जा रहा है।

इसके बाद बिजली बिल सुधारने के लिए उपभोक्ताओं को एड़ी चोटी एक करनी पड़ती है। कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते लोगों की चप्पल घिस जाती है। इधर बिजली विभाग का बिल सूद के साथ बढ़ता रहता है। बड़हिया नगर के बीएसएनएल एक्सचेंज के समीप वार्ड संख्या 22 के दीनानाथ झा के साथ विभाग ने कुछ ऐसा ही हुआ है। उन्होंने अपने निर्माणाधीन मकान में अपने पोते आशुतोष कुमार के नाम से विद्युत कनेक्शन (कंज्यूमर नंबर 108347732) लिया है। मकान निर्माणाधीन है इस कारण वहां कोई नहीं रहते हैं और न ही बिजली का उपयोग ही किया जा रहा है। बावजूद मई माह में 805 एवं जून माह में 526 रुपये का बिजली बिल आया है। इस तरह से बिना मीटर रीड किए ही बिजली बिल भेजकर परेशान किया जाता है। जानकारी हो कि मीटर रीडिग का काम आउटसोर्सिंग के माध्यम से किया जाता है। ठेका माध्यम से मीटर रीडिग व बिल वितरण का काम किया जाता है। बिजली बिल में गड़बड़ी का मुख्य कारण हर महीने रेग्यूलर मीटर रीडिग नहीं होना है। मीटर रीडरों की भी मनमानी है। इस संबंध में नगर क्षेत्र के जेई मनीष कुमार ने बताया कि आशुतोष कुमार के घर के अंदर मीटर लगा है। इस कारण मीटर रीडिग समय पर नहीं होने से एवरेज बिल बन जाता है। मीटर बाहर लगाकर उनका हरेक माह की रीडिग कर बिजली बिल भेजा जाएगा। बिल में जो ज्यादा रुपये जमा हुआ है फाइनल रीडिग के बाद एडजस्ट कर दिया जाएगा।

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