Bihar: मोतिहारी के ICICI बैंक लूटकांड में गिरफ्तार आरोपियों ने उगले राज, चकिया में रची साजिश; गिरोह में 12 लोग



मोतिहारी, संवाद सहयोगी। अब से आठ दिन पहले जिले के चकिया थानाक्षेत्र स्थित आइसीआइसीआइ की बजरंगी नगर शाखा से 48 लाख की लूट के मामले में पूरी कहानी खुलकर सामने आ गई है। चकिया शहर में ही गिरोह के मुख्य सरगना के आवास पर लूट की साजिश की गई।
साजिश रचे जाने के बाद गिरोह के कुल बारह में से दो शातिरों को बैंक में रेकी काम सौंपा गया। मधुबन के डिहू टोला निवासी प्रदीप कुशवाहा उर्फ प्रभात कुमार और चकिया के हिंदू चकिया गांव निवासी अंकुश कुमार ने लगातार तीन दिनों तक बैंक में लेनदेन और अन्य गतिविधियों की रेकी की थी। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया।

गिरोह के कुल बारह सदस्य इस लूटकांड को अंजाम देने में लगे थे। मामले में गुरुवार को मुजफ्फरपुर के अहियापुर थानाक्षेत्र के रंजीत कुमार कुशवाहा उर्फ त्रिवेदी, चकिया थानाक्षेत्र के हिंदू चकिया निवासी अंकुश कुमार, रानीगंज निवासी कन्हैया कुमार और मधुबन थानाक्षेत्र के डिहू टोला निवासी प्रदीप कुशवाहा उर्फ प्रभात कुमार को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल लिया।
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चारों बदमाशों ने पुलिस को कई महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी दी है। बदमाशों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम आगे की जांच कर रही है। बताया गया कि गिरफ्तार रंजीत कुमार के खिलाफ मुजफ्फरपुर के अहियापुर और पूर्वी चंपारण के मधुबन में लूट और शस्त्र अधिनियम के तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बताया गया है कि पुलिस ने बदमाशों के पास से जब्त चार सेलफोन का कॉल डिटेल निकाला है। कॉल डिटेल के आधार पर बदमाशों के कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। पता लगाया जा रहा है कि बदमाशों ने घटना के पहले, घटना के वक्त और घटना के तत्काल बाद किन लोगों से बात की और घटना के बाद किस ओर भागे। पुलिस सभी बदमाशों के सीडीआर के अलावा उनसे संबंधित थानों की पुलिस से भी उनके बारे में पूरी जानकारी ली जा रही है।
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बैंक लूट के दौरान बैंक के अंदर घुसे चार बदमाशों में शामिल एक मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थानाक्षेत्र के निवासी रंजीत कुमार कुशवाहा उर्फ त्रिवेदी ने सबसे पहले अपना तमंचा लहराया था। उसने बैंक में प्रवेश करने के साथ बैंक के प्रबंधक कमलेश चौबे को गन प्वाइंट पर ले लिया और केबिन के अंदर ही एक कोने में दबा दिया और लूट की घटना को अंजाम दिया।
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वहीं, चकिया के रानीगंज मोहल्ला निवासी कन्हैया कुमार ग्राहक बनकर बैंक में गया था और उसके लौटते ही बदमाश बैंक के अंदर घुसे और लूट की घटना को अंजाम दिया।
बता दें कि 12 अप्रैल को बाइक सवार पांच बदमाशों ने चकिया स्थित आइसीआइसीआइ बैंक की बजरंगी नगर शाखा से 48 लाख रुपये लूट लिए थे। घटना के बाद बदमाश बड़े आराम से भाग निकले थे। घटना के दिन ही महिला ग्राहक ने पुलिस द्वारा दिखाई गई एक बदमाश की पहचान की थी। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले के पर्दाफाश के लिए प्रशिक्षु आइपीएस वैभव चौधरी व अरेराज के पुलिस उपाधीक्षक रंजन कुमार को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। वहीं प्रशिक्षु डीएसपी किषव रंजन, अजीत कुमार, स्वीटी सिंह, चकिया थानाध्यक्ष धनंजय कुमार, केसरिया के पुलिस निरीक्षक अशोक पांडेय, मुफस्सिल थानाध्यक्ष अवनीश कुमार समेत पूरी टीम पुरस्कृत की जाएगी।

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