रोहित दत्ता कोरोना से उबरने में सफल रहे हैं. वह दिल्ली में पहले आदमी थे, जिनमें इस वायरस के खतरनाक संक्रमण की पुष्टि हुई थी.
रोहित ने समय रहते ठीक कदम उठाया. बीबीसी ने रोहित के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया कि उन्हें यूरोप से लौटने के बाद बुखार हुआ था, जो चिकित्सक की सलाह से दवा खाने के बाद भी बना रहा. तब उन्होंने 1 मार्च को कोरोना टेस्ट कराया. नतीजा पॉजीटिव आया. तब सरकारी टीम उन्हें अस्पताल ले गई. टीम ने उन तमाम लोगों की भी जाँच की जो रोहित के सम्पर्क में आए थे. हालांकि नतीजे नकारात्मक आए.
रोहित ने कहा, आरंभ में मेरी हालत बहुत बेकार थी. बोल भी नहीं पा रहा था. आराम करना बहुत महत्वपूर्ण था. रोहित ने संयम रखा व आइसोलेशन में पूरा आराम किया. इससे हालत में सुधार हुआ.
रोहित कहते हैं, लोगों को यह समझना चाहिए कि अभी युद्ध जैसी हालत है. इसमें सेहत, सुविधाओं से अधिकअहम है. संभावना हो तो सबसे पहले चिकित्सक के पास जाना चाहिए व जाँच करानी चाहिए. रिपोर्ट में रोहित के हवाले से बोला गया, जितना जल्द जाएंगे, उतना जल्द लौटेंगे.