24 मार्च की शाम मोदी जी द्वारा देश बंद की एलान किया गया। जिसके बाद से सभी दुकानें बंद, कारोबार बंद व स्कूल-कालेज सब बंद। यहां तक कि बच्चों के बोर्ड एग्जाम भी पोस्टपोन करवा दिए गए। वजह तो आप सब जानते ही हैं। बात करते हैं सरकार द्वारा कोरोना जैसे जानलेवा वायरस पर काबू पाने क्या-क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
भारत में अभी तक 512 के करीब कोरोना पेशेंट्स देखे जा चुके हैं। जिनमें से 9 लोगों की मौत हो चुकी है। बात करते हैं अस्पतालों की, कोरोना पेशेंट्स को अस्पताल में रखना काफी मुश्किल काम है। अन्य मरीजों से कोरोना पेशेंट्स की दूरी बहुत जरूरी है । ऐसे में क्या अस्पतालों के पास इतनी जगह है? जगह के साथ-साथ जरूरी है कोरोना पेशेट्ंस की जांच करना और जल्द से जल्द उनका इलाज शुरु होना।
आज भारतीय अस्पतालों को सबसे ज्यादा जरूरत है तो कोरोना टेस्टिंग मशीन, वेंटीलेटर और N 95 मास्क की। सौभाग्य से पूने शहर की Maybe लैब ने एक टेस्टिंग मशीन तैयार की है, जिसे भारतीय सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हो चुकी है और इस मशीन पर Made In India का टैग है। इस टेस्टेिंग मशीन को WHO ने भी काबिल मशीन जाहिर किया है। इस टेस्ट मशीन के जरिए एक हफ्ते में लगभग 1 लाख लोगों के टेस्ट किए जाएंगे। 1 मशीन 100 टेस्ट करेगी, अगर हर अस्पताल व लैब के पास 100 मशीन आ गई तो यकीन है कोरोना पर जल्द पकड़ पी ली जाएगी। Lab Director गौतम वांकड़े का कहना है कि कोरोना की जांच में देरी ही इसके तेजी से फैले की वजह है।
वेंटीलेटर मशीन
भारत में पाए जाने वाले कोरोना के केस में 5 प्रतिशत केस काफी सीरियस होते हैं। उन मरीजों को वेटीलेटर की बहुत जरूरत होती है। कोरोना की वजह से उनके फेफड़े काम करना बंद कर चुके होते हैं। जिस वजह से आर्टीफिशियल सांस देने की जरूरत पड़ती है।
Noida के Health Care Centre ने 5000 वेटीलेटर तैयार करके सरकार को देने की बात कही है। जहां एक वेंटीलेटर की कीमत 7 से 8 लाख होती है वहीं नोएडा का यह केयर सेंटर 2 लाख रुपए में यह वेटीलेटर सरकार को उपलब्ध करवाएगा।
N-95 मास्क
कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए डाक्टर्स का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। ऐसे में N-95 मास्क मार्किट में कम दाम पर होना लाजमी है। N-95 मास्क की कमी को देखते हुए Delhi Based Nanoclean Global PVT ने जल्द ही N-95 मास्क दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद के अस्पतालों में पहुंचाने की बात कही है। N-95 के इस मास्क की कीमत महज 149 रुपए होगी।
तो ये थे सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कुछ कंपनियों के कोरोना वायरस पर पकड़ पाने के अहम कदम। हम सभी को अपनी-अपनी तरफ से इस महामारी पर काबू पाने के जरूरी कदम जरूर उठाने चाहिए। तभी तो शायद हम एक दिन फिर से पहले के जैसे खुली हवा में सांस ले पाएंगे।