बदलते मौसम में या सामान्य तौर पर बार-बार किसी न किसी तरह के संक्रमण या एलर्जी की चपेट में आना रोग प्रतिरोधक क्षमता निर्बल होने का इशारा है.
इम्यूनिटी आपके शरीर में उपस्थित विषैले पदार्थो से लड़ने की क्षमता होती है. शरीर के आसपास बहुत सारे बैक्टीरिया व वायरस उपस्थित होते हैं, जो आपको कई तरह की बीमारियों से ग्रसित कर देते हैं. इन बीमारियों से दूर रहने के लिए इम्यूनिटी सिस्टम का मजबूत होना महत्वपूर्ण है. अगर आपकी इम्यूनिटी मजबूत है, तो आप न केवल बदलते मौसम में होने वाली सर्दी, खांसी जैसी समस्या से बचे रहते हैं, बल्कि इसकी वजह से आप हेपेटाइटिस, फेफड़े के संक्रमण, किडनी के संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचे रहते हैं. आइए जानते हैं कमजाेर इम्यूनिटी के लक्षण व इसे दुरुस्त रखने के टिप्स के बारे में:-
कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के लक्षण 1. मौसम बदलने के साथ सर्दी-जुकाम हो जाना. 2. हर समय सुस्ती-सी महसूस होना. 3. बीमार होने पर जल्दी अच्छा न हो पाना. 4. थोड़ा कार्य करने पर भी थक जाना.
ऐसे बढ़ाए रोग प्रतिरोधक क्षमता हेल्दी लाइफस्टाइल फाॅलाे करें अपनी लाइफस्टाइल व खानपान में थोड़ा परिवर्तन कर आप खुद को स्वस्थ रखने के साथ-साथ अपनी इम्यूनिटी को भी सुधार सकते हैं. नियमित व्यायाम व खानपान में सजगता बरतने के अतिरिक्त अपने आहार में उन चीजों को शामिल करना भी महत्वपूर्ण है, जो आपके शरीर को पोषण प्रदान करने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली हों. इसके लिए आप किसी डाइटीशियन से सलाह भी ले सकते हैं.
नाश्ते पर जाेर दें सुबह के नाश्ते की अनदेखी करना बहुत सारे लोगों की आदत होती है. इससे न केवल ऐसे लोगों की स्वास्थ्य बेकार होती है, बल्कि इसका प्रभाव उनकी इम्यूनिटी पर भी पड़ता है. अगर आप अपनी इम्यूनिटी को सुधारना चाहते हैं, तो चाहे आप कितनी भी जल्दी में क्यों न हों, प्रातः काल का नाश्ता जरूर करें. प्रातः काल के नाश्ता प्रोटीन से भरपूर होना चाहिए. इसके लिए आप उबले अंडे, मौसमी ताजे फल, दलिया, नट्स, अंकुरित अन्न के साथ जूस या लस्सी लें सकते हैं. जब आपके दिन की आरंभ ठीक नाश्ते से होती है, तो इससे आपके शरीर व दिमाग दोनों को पोषण मिलने के साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.
माेटापा रखें दूर मोटापा कई बीमारियों को जन्म देता है. इसकी वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लगती है. मोटापे की वजह से सफेद कोशिकाएं बनने में परेशानी होती है. जब शरीर में सफेद कोशिकाएं कम होने लगती हैं, तो प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है.
एक्टिव रहें मजबूत इम्यूनिटी के लिए एक्टिव रहना बहुत महत्वपूर्ण है. शारीरिक निष्क्रियता आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करती है. इससे बचने के लिए नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का भाग बनाएं. जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपका स्टेमिना बढ़ता है. आप जो एनर्जी लेते हैं, वो पच जाने से आपकी पाचन क्षमता मजबूत होती है. इसके लिए आप अपने व्यायाम में योग व मेडिटेशन के साथ सैर को भी शामिल करें.
अच्छी नींद है जरूरी सेहतमंद रहने के लिए भरपूर नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है. विशेषज्ञों के अनुसार स्वास्थ्य वर्धक रहने के लिए आठ घंटे की गहरी नींद महत्वपूर्ण है. नींद पूरी नहीं होने की वजह से कई तरह की मानसिक व शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं. अगर आप खुद को स्वस्थ रखने के साथ अपनी इम्यूनिटी को सुधारना चाहते हैं, तो इसके लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि आप खुद को अनावश्यक तनाव से दूर रखें व गहरी नींद सोएं.
नशे से परहेज करें नशे से दूरी स्वास्थ्य वर्धक रहने का मंत्र है. अगर नशे के आदी है तो जल्द से जल्द इसे छोड़ दें. क्योंकि ये आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को दोगुने स्तर पर बेकार करती है.