सावधान : लगातार बैठे रहना, बन सकता है कमर दर्द के अलावा मोटापा, डायबिटीज समेत इन रोगों का कारण

नई दिल्ली : लॉकडाउन के कारण आप भी वर्क फ्रॉम होम में है? घर में ऑफिस जैसी सुविधा नहीं मिल पा रही? पीठ और कमर का दर्द असहनीय हो रहा है? ये समस्या आम हो गई है. लगातार बैठे रहने से उठना, चलना भी मुश्किल हो जाता है. शायद आपको मालूम न हो, आपकी यह आदत स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है. विशेषज्ञों की मानें तो इससे शरीर की निष्क्रियता, मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, डीप-वेन थ्रॉम्बोसिस और मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम जैसे खतरे के बढ़ने की प्रबल संभावना है.

अंग्रेजी वेबसाइट हेल्थ हार्वर्ड एडु के अनुसार शोधकर्ताओं को आज तक यह नहीं मालूम चल पाया है कि लंबे समय तक बैठे रहने से ऐसे हानिकारक स्वास्थ्य परिणाम क्यों होते हैं. लेकिन, एक संभावित कारण है, आपकी मांसपेशियों का लंबे समय तक एक ही मुद्रा में रहना. इससे मांसपेशियों को आराम नहीं मिल पाता है.
आपको बता दें कि लगातार बैठे रहने से रक्त से बहुत कम ग्लूकोज मिल पाता है, जिससे टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है.
- मांसपेशियों में खिंचाव,
- मांसपेशी में ऐंठन होना
- ज्यादा देर तक एक ही अवस्था में बैठे रहना
- गलत तरीके से उठना और बैठना, चलना-फिरना
- शरीर में मेटाबोलिक रसायनों की कमी होना
- टीबी,
- एंकाइलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस,
- ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी से ग्रसित होना,
- योग या व्यायाम न करना आदि
जानिए कमर-पीठ दर्द के लक्षण - बॉडी टेम्परेचर बढ़ना,
- पीठ में सूजन हो जाना,
- असहनीय दर्द होना,
- दर्द वाले हिस्से में जोर पड़ते ही सांस लेने तक में तकलीफ होना,
- पीठ और कूल्हों के पास सुन्न हो जाना आदि.
जानिए कमर दर्द से बचाव
- शारीरिक गतिविधियां बढ़ांए,
- शारीरिक स्थिति में करें सुधार, एक ही मुद्रा या गलत अवस्था में सोने, उठने, चलने या बैठने से बचें
- लंबे समय तक एक ही स्थिति में न बैठें,
- अगर जॉब में है या देर तक बैठना जरूरी है तो थोड़ी समय के बाद उठते-बैठते, चलते-फिरते रहें,
- भूल कर भी झटके से न उठें और न ही बैठें,
- उठने और बैठने समय ध्यान रखें की सीधे रीढ़ की हड्डी पर जोड़ न पड़े, इसके लिए आप सहारा लेकर उठ-बैठ सकते हैं.
- पीठ और मासपेशियों के खिंचाव से संबंधित व्यायाम प्रतिदिन 5-10 मीनट जरूर करें.
- ज्यादा दर्द होने पर डॉक्टर से फौरन संपर्क करें.
लगातार बैठे रहने से इन बीमारियों का खतरा
- शरीर के निचले हिस्से निष्क्रिय हो सकते हैं,
- ऊपरी हिस्से में असहनीय दर्द हो सकता है,
- लगातार बैठे रहने से मोटापा का खतरा भी संभव है,
- मोटापा से मधुमेह का खतरा भी बढ़ सकता है,
- लगातार बैठे रहने से रक्त संचार कम होगा जिससे हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है,
- इसके अलावा डीप-वेन थ्रॉम्बोसिस और
- मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम जैसे खतरे के बढ़ने की संभावना होती है.

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