कोरोना की मार से होर्डिंग का ठेका लेने से भाग रहा ठीकेदार

औरंगाबाद। कोरोना के कारण सबकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ा है। नगर परिषद को होर्डिग से प्राप्त होने वाले आय पर संकट मंडराने लगा है। कोरोना के कारण कोई भी नया ठेका लेने को आगे नहीं आ रहा है। जबकि, परिषद द्वारा पिछले साल की तुलना में इस वर्ष ठेके की राशि का दस फीस बढ़ा दी गई है।

शहर में लगने वाले होर्डिंग से नगर परिषद को सालाना करीब नौ लाख रुपये की आमदनी होती है। वर्ष 2018 में तीन वर्ष के लिए शहर में होर्डिंग से आय के लिए नगर परिषद द्वारा ठेका किया गया था। एक ठेकेदार ने करीब नौ लाख की बोली लगाकर होर्डिंग से वसूली का ठेका तीन वर्ष के लिए लिया था। पहला वर्ष के बाद दूसरा वर्ष 2019 का भी ठेका 10 प्रतिशत राशि बढ़ाकर उसी ठीकेदार को दिया गया पर इस वर्ष कोरोना के कारण ठीकेदार दस प्रतिशत राशि बढ़ाकर ठेका लेने से इन्कार कर गया है। ठीकेदार के इन्कार करने के बाद नगर परिषद द्वारा 12 हजार सालाना पर शहर में लगे 13 लोहे का पोल पर लगने वाला होर्डिंग का ठेका दिया गया है। लेकिन अबतक कोई नहीं ठेका लेने को आगे नहीं आए। नगर परिषद के अनुसार कोरोना के लॉकडाउन के कारण होर्डिंग का ठेका लेने से ठीकेदार कतरा रहे हैं। अगर कोई ठेका नहीं लेगा तो नगर परिषद वसूली करेगी। ऐसे ठेका देने का प्रयास जारी है। उधर शहर के डिवाइर के बीच में लाखों रुपये खर्च कर लगाए गए लोहे का पाटीशन आज बेकार हो गया है। इस पाटीशन में नगर परिषद का पैसा पानी में चला गया।
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Posted By: Jagran
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