सरकार पर गैर लोकतांत्रिक फरमान का आरोप लगाकर ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) ने गुरुवार को प्रतिवाद जुलूस निकाला। मोतीझील स्थित जिला कार्यालय से निकला जुलूस कल्याणी चौक पहुंचा जहां पुतला दहन कर प्रदर्शन किया गया। जुलूस में शामिल कार्यकर्ताओं ने जनवादी अधिकारों को कुचलने वाली नीति रद्द करो, लोकतंत्र विरोधी बिहार सरकार मुर्दाबाद, केन्द्र व राज्य सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले बंद करो आदि रोषपूर्ण नारे लगा रहे थे।
एआईडीएसओ के बिहार राज्य अध्यक्ष रोशन कुमार रवि ने कहा कि धरना-प्रदर्शन एवं आंदोलन में आपराधिक मुकदमा दर्ज होने पर सरकारी नौकरी नहीं देने के बिहार सरकार के गैर लोकतांत्रिक एवं तुगलकी फरमान की कड़े शब्दों में निंदा होनी चाहिए। सरकार और पुलिस हमेशा तोड़फोड़, आगजनी एवं सरकारी काम में बाधा डालने आदि झूठे इल्जाम लगाकर आंदोलनकारियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करती है। अंग्रेजों के जमाने में भी भगत सिंह, जुब्बा सहनी व अन्य क्रांतिकारियों पर झूठा मुकदमा दर्ज कर उन्हें अपराधी कहा गया। जेपी आंदोलन के समय सरकार की ओर से फर्जी डायनामाइट आपराधिक कांड का मुकदमा जॉर्ज फर्नांडिस पर दर्ज किया गया था। हजारों छात्र नौजवानों पर सरकार के दबाव में फर्जी मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल में बंद किया गया था। कहा कि भीषण बेरोजगारी, महंगाई एवं भ्रष्टाचार से किसान, मजदूर, छात्र-नौजवानों में भारी असंतोष है। सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। इसे रोकने के लिए राज्य व केन्द्र सरकार इस तरह का काम कर रही है। मौके पर राज्य सचिव विजय कुमार, मुजफ्फरपुर जिलाध्यक्ष शिव कुमार, निकोलाई शर्मा, राजन कुमार, शिमला मौर्या, तरन्नुम खातून, पवन कुमार, गौतम कुमार, ललित कुमार झा भी थे।