जागरण संवाददाता, भागलपुर। वर्तमान स्थिति में विद्यार्थियों को अलग-अलग कारणों से तनाव होता है। वे तनाव के कारण गलत कदम तक उठा लेते हैं। ऐसे में सही मार्गदर्शन से ही तनाव को दूर किया जा सकता है। इस कारण हर संस्थान में एक बेहतर काउंसिलिंग सर्विस सेल की जरूरत होती है। यह बातें शुक्रवार को सिंडिकेट हॉल में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कही। उन्होंने पीजी मनोविज्ञान विभाग की सहायता से बने काउंसिलिंग सर्विस सेल की शुरुआत की।
इसके पूर्व सेल के बारे में जानकारी संबंधी ब्राउसर का कुलपति के अलावा प्रतिकुलपति प्रो. रमेश कुमार, कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव, पीजी मनोविज्ञान विभाग के हेड डॉ. एसएन चौधरी और शिक्षक डॉ. लक्ष्मी पांडेय ने संयुक्त रूप से किया। प्रतिकुलपति ने कहा कि आत्महत्या जैसी वारदात सही काउंसिलिंग के अभाव में होती है। काउंसिलिंग की जरूरत हर फील्ड में होती है। इसका विस्तृत स्वरूप है।
सेल के समन्वयक सह कुलसचिव ने कहा कि सेल में पंजीयन ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में होगा। इसे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकेंगे। सेल की संयुक्त समन्वयक डॉ. पांडेय ने बताया कि युवाओं पर कई तरह का दबाव होता है। वे तनाव के कारण छोटी-छोटी चुनौतियों में घबरा जाते हैं। ऐसे में उन्हें काउंसिलिंग से काफी फायदा होगा।
उन्होंने बताया कि सेल में रजिस्ट्रेशन के लिए लिंग दिया गया है। इसमें रजिस्र्टड होने के लिए एक फार्म भरकर मेल करना होगा। इसके बाद उन्हें शुक्रवार और शनिवार को काउंसिलिंग के लिए समय दिया जाएगा। उन काउंसिलिंग ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में होगी।
कुलपति ने कहा कि सेल का प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से अगले हफ्ते पीजी विभाग को एक वेबिनार आयोजित करने का निर्देश दिया है। सेल का लाभ पूर्व के कर्मियों समेत, वर्तमान छात्र, कार्यरत कर्मी को भी मिलेगा। टीएमबीयू के पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि काउंसिलिंग में 19 काउंसिलर हैं। पीजी मनोविज्ञान विभाग में काउंसिलिंग शुक्रवार और शनिवार को 1.00 बजे से 3.00 बजे के बीच होगी।