बिहार में कोरोना संक्रमण की वजह से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार और प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्यपाल फागू चौहान के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इसके बाद रविवार को सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक के बाद सरकार ने कोरोना मामलें में क्या फैसला लिया है इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शाम को छह बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में देंगे। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री सचिवालय की तरफ से दी गई है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार सरकार प्रदेश में नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन या पूर्ण लॉकडाउन लगा सकती है। इसके अलावा कोरोना टेस्ट जांच और वैक्सीनेशन बढ़ाने को लेकर भी फैसला किया जा सकता है। साथ ही सरकार ऑक्सीजन की कमी और रेमडिसिविर दवा को लेकर भी जानकारी देगी।
राज्य में लगाया जाए वीकेंड लॉकडाउन सर्वदलीय बैठक में भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शुक्रवार की शाम से सोमवार की सुबह तक वीकेंड लॉकडाउन लगाने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने स्कूलों की छुट्टी 18 अप्रैल से जून तक करने की मांग की।
डोर टू डोर वैक्सिनेशन किया जाए बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हर प्रमंडल में डेडीकेटिड कोविड अस्पताल बनाया जाए। डोर टू डोर वैक्सिनेशन किया जाए। बाहर से आने वाले लागों से किराया न लिया जाए। साथ ही इलाज में लगे मेडिकल स्टाफ को तीन माह का एडवांस वेतन दिया जाए। तेजस्वी ने कुल 30 सुझाव दिए। बता दें कि राजद लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है।
बिहार लौट रहे मजदूरों को मिलें 6 हजार रुपये लॉकडाउन की आहट के चलते कई मजदूर दूसरे राज्यों से वापस बिहार लौट रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों के खाते में हर महीने 6-6 हजार रुपये दिए जाने की मांग की है। इसके अलावा पार्टी का कहना है कि हम सुझाव देंगे। सरकार जो भी उचित कदम उठाएगी कांग्रेस उसमें उनका साथ देगी।