दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच ''इसके इलाज में मददगार दवाओं'' की आपूर्ति पर नजर रखने और उनके प्रबंधन के लिए दो नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं. सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने आदेश जारी किया कि ''दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में अचानक बढ़ोतरी होने के कारण इस संक्रमण से निपटने में मददगार दवाओं की भारी कमी'' की रिपोर्ट मिलने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है. दिल्ली में रोजोना रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं.
13 अप्रैल को जारी इस आदेश में कहा गया है, ''इस हालात से निपटने और आमजन की मदद के लिए दिल्ली सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने दो नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं.'' आदेश के अनुसार पूर्व, उत्तर पूर्व, दक्षिण, मध्य, नयी दिल्ली और उत्तर जिलों के लिए कड़कड़डूमा मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है तथा उत्तर पश्चिम, दक्षिण पश्चिम और पश्चिम जिलों के लिए लॉरेंस रोड जोनल कार्यालय में दूसरा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. इनसे संपर्क के लिए हेल्पलाइन सेवाएं शुरू की गई हैं.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 25,462 नए मामले सामने आए और लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर बढ़कर 29.74 प्रतिशत हो गई. यानी शहर में जिन नमूनों की जांच की जा रही है, उनमें से हर तीसरा नमूना संक्रमित पाया जा रहा है. उपचाराधीन मामलों की संख्या बढ़कर 74,941 हो गई है जो एक दिन पहले 69,799 थी. घर में आइसोलेशन में रह रहे लोगों की संख्या बढ़कर 34,938 हो गई है. दिल्ली में कोरोना वायरस मरीजों के लिए उपलब्ध 17,514 बिस्तरों में से 3,627 खाली हैं.
देश में कोरोना के आंकड़े
भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामले 1.50 करोड़ के पार पहुंच गए. करीब 25 लाख नए मामले बीते महज 15 दिन के भीतर सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार की सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी 19 लाख से अधिक हो गई है. देश में कोविड-19 के कुल 1,50,61,919 मामले हैं तथा एक दिन के भीतर 1,619 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,78,769 पर पहुंच गई.
(समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट)
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