नयी दिल्ली छह मई प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (आईबीएम) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने दुनिया की पहली दो नैनोमीटर वाली चिप तकनीक तैयार कर ली है जो एप्लिकेशन में इंटरनेट की पहुंच को बढ़ाएगी और लंबी बैटरी क्षमता प्रदान करेगी।
उल्लेखनीय है कि यह चिप सेमी-कंडक्टर कंप्यूटर से जुड़े अप्लाइंस और संचार उपकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
आईबीएम के अनुसार दो नैनोमीटर की चिप फोन में लंबी बैटरी, डाटा केंद्रों में कार्बन के उपयोग में कमी और लैपटॉप के फंक्शन्स में तेजी प्रदाप करेगी। जिसमें इंटरनेट की पहुंच को तेज करना और एप्लीकेशनों का तेज इस्तेमाल भी शामिल हैं।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि नयी नैनोमीटर तकनीक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से चलने वाले स्वायत्त वाहनों के प्रतिक्रिया समय घटाने और वस्तु का जल्द पता लगाने में मदद कर सकती है।
नैनोमीटर चिप में बेहतरी की मांग लम्बे समय से बढ़ती जा रही थी, विशेष कर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और हाइब्रिड क्लाउड के दौर में।
आईबीएम ने कहा, ''नयी दो नैनोमीटर तकनीक सेमीकंडक्टर उद्योग में प्रौद्योगिकी अत्याधुनिक कला को आगे बढ़ाने में मदद करती है। इसकी लंबे समय से मांग भी की जा रही थी। वर्तमान की सात नैनोमीटर चिप के मुकाबले नयी नैनोमीटर चिप 45 प्रतिशत अधिक प्रदर्शन और 75 प्रतिशत कम बैटरी का इस्तेमाल करेगी।''
उसने कहा कि यह हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है कि दो नैनोमीटर चिप उपभोक्ताओं के उपकरणों में कब लगाई जा सकेगी। बहुत सारी सेमी कंडक्टर कंपनिया आईबीएम के साथ मिलकर इस तकनीक के निर्माण की दिशा में काम कर रही हैं। आईबीएम द्वारा इस चिप का निर्माण सहयोगी कंपनियों समेत निर्माताओं को भी मिलेगा।
आईबीएम के अनुसंधान वरिष्ठ उपाध्यक्ष और निदेशक डारियो गिल ने कहा, ''आईबीएम की नयी दो नैनोमीटर चिप तकनीक पूरे सेमी कंडक्टर और आईटी उद्योग के लिए बेहद जरुरी है। यह चिप आईबीएम की बड़ी चुनौतियों का सामना करने के मजबूत दृष्टिकोण का नतीजा है। इससे पता चलता है कि निरंतर निवेश और अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र कैसे इस तरह की उपलब्धि हासिल कर सकते हैं।''
आईबीएम ने कहा कि दो नैनोमीटर चिप में नाख़ून के बराबर की जगह पर 50 अरब ट्रांजिस्टर लगाए जा सकते हैं।
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