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जर्मनी में इंटरनेट दिग्गज गूगल मुश्किल में फंस गई है। जर्मन नियामकों ने बाजार में गूगल की स्थिति को लेकर एक जांच शुरू की है, जिसमें इस बात की भी जांच की जाएगी कि सर्च इंजन व एडवरटाइजिंग की यह दिग्गज तकनीकी कंपनी अपने यूजर्स के डाटा का किस तरह उपयोग करती है। यह जांच उन आरोपों के बाद की गई है, जिनमें गूगल के ऊपर अपने प्रभुत्व का फायदा उठाकर यूजर्स के डाटा के जरिये कमाई करने के दावे किए गए हैं। जर्मन फेडरल कार्टल ऑफिस बुंदेसकार्टल्लाम्ट ने मंगलवार को कहा कि उसने गूगल की जर्मन, आयरलैंड और कैलिफोर्निया स्थित इकाइयों के खिलाफ जांच शुरू की है। यह जांच जर्मन कॉम्पिीटिशन कानून के नए प्रावधानों के तहत शुरू की गई है। नए प्रावधान बड़ी डिजिटल कंपनियों पर भी लागू होते हैं। बता दें कि जर्मनी में हाल ही में इसी तरह की जांच फेसबुक और अमेजन के खिलाफ भी शुरू की जा चुकी है। जनवरी से लागू हुए नए प्रावधानों के तहत फेडरल कार्टेल ऑफिस को ऐसी कंपनियों को प्रतिबंधित करने के अधिकार दिए गए हैं, जो प्रतिस्पर्धा विरोधी समझी जाने वाले तरीकों की बदौलत पूरे बाजार में सुप्रीमो की हैसियत हासिल कर लेती हैं। फेडरल कार्टेल के प्रमुख आंद्रेस मुंडट के मुताबिक, सर्च इंजन, यूट्यूब, मैप्स, एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम और क्रोम ब्राउजन जैसी गूगल की तरफ से दी जाने वाली बहुत सारी डिजिटल सेवाओं के कारण कंपनी प्रतिस्पर्धा के लिहाज से पूरे बाजार में सर्वोपरि हैसियत वाली समझी जा सकती है। उधर, गूगल ने देर रात तक इस बयान को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की थी। DailyhuntDisclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Dailyhunt. Publisher: Amar Ujala