संवाद सूत्र, मरौना(सुपौल): दसवें चरण के तहत जिले के मरौना प्रखंड में होने वाले पंचायत चुनाव को ले आज शाम प्रचार का शोर थम जाएगा। यहां 400 पदों के लिए 08 दिसंबर को मतदान होना है। इन सभी पदों के लिए 180 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों पर 49087 पुरुष 45245 महिला तथा 3 अन्य मतदाता अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। एक महीने तक चले प्रचार प्रसार के दौरान प्रत्याशियों ने मतदाताओं को अपने-अपने पक्ष में रिझाने को लेकर कई तरह के हथकंडे अपनाए। परंतु समझदार हो चुके मतदाताओं ने जो चुप्पी साधी वह अब भी बरकरार है। दरअसल मतदाता अब इतने समझदार हो गए हैं कि वह किसी के बहकावे में आकर अपने मत का प्रयोग नहीं करना चाहते हैं। वे अपनी अहमियत को समझने लगे हैं। पांच वर्षों तक चुप रहने वाले मतदाता अब काफी समझदार दिखने लगे हैं। हालांकि वह अब भी चुप हैं परंतु मतदाताओं की यही चुप्पी उम्मीदवारों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। प्रचार प्रसार के दौरान प्रतिदिन पहुंचने वाले प्रत्याशियों को मतदाता ना उम्मीद नहीं कर रहे थे। सबकी बातों को सुनी जा रही थी उन्हें आश्वासन भी मिल जा रहा था, लेकिन मतदाताओं के आश्वासन के बाद भी प्रत्याशी अपने को संतुष्ट नहीं मान रहे हैं। इसका कारण था कि मतदाता कुछ बोल ही नहीं रहे थे ना ही खुल कर किसी का विरोध ही कर रहे थे। बस मतदाताओं की यही चुप्पी प्रत्याशियों के पसीने छुड़ा रहा था। प्रचार प्रसार के दौरान प्रत्याशियों ने मतदाताओं की नब्ज टटोलने को लेकर अपने खास लोगों तक को उनके बीच भेज रहे थे ताकि समय रहते यह समझा जा सके कि कौन लोग किसको चाह रहे हैं। इधर मतदाता भी ऐसे चुप्पी साधे थे कि ऐसे लोगों की पहचान करने में भी देरी नहीं करते थे। जैसा जो सुनना चाहते थे उसी में हामी भर देते थे। खैर मतदाताओं की यह चुप्पी क्या गुल खिलाएगी यह तो चुनाव के बाद 10 दिसंबर को ही पता चल पाएगा परंतु इस बार का मुकाबला प्रखंड क्षेत्र में काफी रोचक होने वाला है।