संवाद सहयोगी, त्रिवेणीगंज (सुपौल) : जाम त्रिवेणीगंज शहर की मुख्य समस्या है। कड़ाके की सर्दी हो या प्रचंड धूप या फिर मूसलाधार बारिश, आम आवाम न सिर्फ घंटों जाम से जूझते हैं बल्कि एम्बुलेंस हो या शासन-प्रसासन व जनप्रतिनिधियों की गाड़ियां जाम से सबको दो -चार होना पड़ता है । पार्किंग की जगह नहीं रहने के कारण जहां मन किया बना दिया स्टैंड । शहर में अवैध स्टैंड बनाने के सिलसिले पर अब तक विराम नहीं लग पाया है ।
अनुमंडल क्षेत्र में विकास की बड़ी-बड़ी योजनाओं के बीच जनजीवन को थामने वाली ट्रैफिक सिस्टम व पार्किंग का मुद्दा प्रशासन के लिए अब तक गौण है । यहां आम-आवाम न तो ट्रैफिक व्यवस्था से वाकिफ है और न ही प्रशासन के पास ट्रैफिक नियंत्रण के लिए साधन ही उपलब्ध है । अनुमंडल मुख्यालय में ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस के पास प्रशिक्षित जवान भी नहीं हैं। वीआईपी के आगमन या फिर विशेष मौके पर चौक -चौराहे पर होमगार्ड या पुलिस के जवान को ट्रैफिक नियंत्रण के लिए खड़ा कर दिया जाता है । मुख्य मार्ग पर वाहनों के लगातार बढ़ रहे दबाव ,बाईपास, रास्ता का अभाव ,सड़कों पर अतिक्रमण व बीच सड़क पर रोक कर छोटे -बड़े वाहनों द्वारा सवारियों को बैठने के कारण जाम की समस्या दिन- दिन नासूर बनती जा रही है । सबसे खराब हालत तो ई रिक्सा व टेम्पो चालकों की है । मुख्यालय के पुरानी बैंक चौक ,दुर्गा मंदिर चौक, सेंट्रल बैंक चौक व अनुमंडल कार्यालय चौक आदि जगहों पर सड़क किनारे ये वाहन चालक कतार में वाहनों को खड़ी कर देते हैं। ऐसे में बड़ी वाहनों को पास लेने में जहां काफी मशक्कत करनी पड़ती है । वहीं दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है । शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण मजबूरी में लोग सड़क पर वाहन खड़ी कर अपना काम निपटाते हैं, जो जाम की समस्या को और विकराल कर रहा है ।
विद्यालयों में नहीं पकती खिचड़ी, उपस्थिति पर दिख रहा असर यह भी पढ़ें