जागरण संवाददाता, सुपौल : शुक्रवार की रात घड़ी की तीनों सुई जैसे 12 के अंक पर एक हुई पूरा शहर पटाखे की आवाज से नववर्ष का स्वागत करने के लिए उतावला हो उठा। हैप्पी न्यू ईयर की आवाज से शहर गूंज उठा। मोबाइल के रिग टोन घनघनाने लगे और तरह-तरह के बधाई संदेश लोगों के मोबाइल पर आने लगे। खासकर युवा रातभर जगकर बधाई संदेश भेजकर न्यू ईयर विश करने में लगे रहे। शनिवार की सुबह किसी ने मंदिर जाकर नववर्ष की शुरुआत की तो किसी ने नववर्ष के पहले दिन का पिकनिक से आगाज किया। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल लोग बाहर पिकनिक मनाने नहीं जा सके इस साल भी ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे ने लोगों को घर में ही नववर्ष का जश्न मनाने के लिए मजबूर किया। हालांकि इस खतरे को नजरअंदाज कर पिकनिक मनाने के लिए बाहर जानेवालों की भी कमी नहीं रही।
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उत्साहित थे युवा
नववर्ष को लेकर युवाओं में खासा उत्साह रहता है। इस साल यह उत्साह कुछ बढ़कर ही दिखा। मध्यरात्रि को युवाओं ने पटाखे छोड़कर नववर्ष का स्वागत किया। देर तक आतिशबाजी का सिलसिला जारी रहा। कुछ जगहों पर युवाओं की टोली रात में भी सड़कों पर नववर्ष का जश्न मनाने निकली। सड़कों पर रंगों से कई जगह हैप्पी न्यू ईयर 2022 लिखा। सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर अधिकांश लोगों ने मंदिरों का रुख किया। लिहाजा जिले के प्रसिद्ध तिल्हेश्वर स्थान सुखपुर, कपलेश्वर स्थान बरुआरी, भीमशंकर महादेव मंदिर धरहरा, गणपतगंज, वन दुर्गा मंदिर हरदी दुर्गा स्थान, बरदराज पेरुमल मंदिर गणपतगंज आदि मंदिरों में लोगों ने पूजा-अर्चना की। लोगों ने पूजा-पाठ कर भगवान से आशीर्वाद लेकर नववर्ष के पहले दिन की शुरुआत की।
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मिठाई दुकानों में रही भीड़
मोटर साइकिल सवार युवाओं ने जमकर मटरगश्ती की और नववर्ष आनंद अपने तरीके उठाया। नववर्ष को लेकर शहर की मिठाई दुकानों पर भी लोगों की भीड़ लगी रही। लोग प्रसाद के लिए मिठाई खरीदने के अलावा दुकानों में भी जमकर मिठाई का आनंद लिया। इसके लिए स्वीट कार्नरों में विशेष व्यवस्था की गई थी। बच्चे भी नववर्ष को मनाने में पीछे नहीं रहे। जगह-जगह बच्चों द्वारा वनभोज का आयोजन किया गया। बच्चे खुद से खाना तैयार कर एक साथ बैठकर खाना खाया। लोगों ने बड़े-बुजुर्गों का पैर छूकर नववर्ष का आशीर्वाद लिया।