कोसी और बागमती का लगातार बढ़ना खतरे की घंटी

जागरण संवाददाता, खगड़िया : कोसी और बागमती पूरी रफ्तार में बह रही है। दोनों नदी उफान पर है। प्रतिदिन जलस्तर में वृद्धि जारी है। कई जगहों पर बांध-तटबंधों पर दबाव कायम है। 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। किसी भी स्थिति से निपटने को विभाग तैयार है। वरीय अधिकारी भी लगातार बांध-तटबंधों का जायजा ले रहे हैं। कोसी खतरे के निशान से अब एक मीटर ऊपर

गुरुवार की सुबह बाढ़ नियंत्रण विभाग, खगड़िया और जिला प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कोसी खगड़िया के बलतारा में खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही थी। कोसी का जलस्तर यहां बुधवार की सुबह 34.85 मीटर दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे, बुधवार की सुबह छह बजे से गुरुवार की सुबह छह बजे तक कोसी के जलस्तर में 17 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। कोसी के जलस्तर में अभी और वृद्धि होगी। टेंडेंसी राइजिग बताई गई है। बागमती की रफ्तार पर ब्रेक लगने की नहीं है अभी संभावना


बागमती का खगड़िया के संतोष स्लूस गेट के पास बढ़ना जारी है। बागमती के जलस्तर में भी लगातार वृद्धि हो रही है। बीते 24 घंटे, बुधवार की सुबह छह बजे से गुरुवार की सुबह छह बजे तक में बागमती के जलस्तर में 22 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। बागमती खतरे के निशान से एक मीटर 43 सेंटीमीटर ऊपर है। बागमती की टेंडेंसी भी बढ़ने की बताई गई है। कहने का मतलब बागमती की रफ्तार पर अभी ब्रेक लगने की कोई भी संभावना नहीं है। गंगा और बूढ़ी गंडक भी दिखा रही है आंखें

खगड़िया में गंगा और बूढ़ी गंडक का बढ़ना जारी है। लेकिन खतरे के निशान से नीचे है। परंतु दोनों नदी की टेंडेंसी राइजिग है। खगड़िया में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से एक मीटर 34 सेंटीमीटर नीचे हैं। बीते 24 घंटे में जलस्तर में 28 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है।
गंगा के जलस्तर में बीते 24 घंटे में 24 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। गंगा खगड़िया के खारा धार स्लूस गेट के पास खतरे के निशान से एक मीटर 55 सेंटीमीटर नीचे है। जिला प्रशासन का दावा: खगड़िया बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक और दो के अंतर्गत जितने भी बांध-तटबंध हैं, सभी सुरक्षित है।

अन्य समाचार